गुलाम नबी आजाद के बाद सीताराम येचुरी भी श्रीनगर एयरपोर्ट से भेजे गए दिल्ली वापस
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने और लद्दाख को अलग करने के बाद सीपीआई(एम) के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी शुक्रवार को श्रीनगर पहुंचे थे लेकिन उनको एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया। इसके बाद सीताराम येचुरी को दिल्ली वापस भेज दिया गया है। जम्मू कश्मीर में सीपीआई(एम) की एक सक्रिय ईकाई है जिसके साथ वे बैठक करने वाले थे।
गुरुवार को सीताराम येचुरी ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक को पत्र लिखा था। उन्होंने जनरल सेक्रेटरी के तौर पर पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ कश्मीर की यात्रा करने की मांग की थी। इस समय जम्मू कश्मीर विधानसभा में मोहम्मद यूसुफ तारिगामी उनकी पार्टी के एक विधायक हैं। येचुरी ने उनकी मिलने के लिए यह पत्र लिखा था।
इसके पहले, गुरुवार को कांग्रेस के कश्मीरी नेता गुलाम नबी आजाद श्रीनगर पहुंचे थे। लेकिन उन्हें श्रीनगर एयरपोर्ट से प्रशासन ने वापस लौटा दिया, जिसके बाद वे दिल्ली वापस लौट आए। दिल्ली वापस पहुंचे गुलाम नबी आजाद ने कहा कि, कश्मीर में घर से कोई निकल नहीं सकता, कोई बाहर नहीं जा सकता है। शायद मोदी साहब ऐसा कानून लाएं हैं कि राज्य के 22 जिलों में कर्फ्यू लगाकर हुकूमत कर रहे हैं। लोगों को पैसे देकर साथ खाना खाने से कुछ नहीं होता है। एक राज्य को उन्होंने बर्बाद किया, खत्म किया।
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि, 'लेह के लोग केवल केंद्रशासित प्रदेश का स्वागत कर रहे हैं, 35 A खत्म करने का स्वागत नहीं कर रहे हैं। दुनिया के सबसे मशहूर राज्य को 2 भागों में बांट दिया गया है, जम्मू-कश्मीर की पहचान खत्म कर दी गई है। कर्ण सिंह का अनुच्छेद 370 पर स्टैंड बदलने पर बोले आजाद, 'यह उनकी निजी राय है, मुझे इसपर कुछ नहीं कहना है।'