भाकपा सांसद ने लक्षद्वीप प्रशासक के खिलाफ दाखिल किया विशेषाधिकार प्रस्ताव
नई दिल्ली, 10 जून। भाकपा के राज्यसभा सांसद बिनॉय विश्वम ने लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल के पटेल को "लक्षद्वीप में आंदोलन से इनकार" के संबंध में आज विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश किया है। नए प्रशासक की नीतियों की खिलाफत के बीच सांसद बिनॉय ने पटेल को लक्षद्वीप का दौरा करने की आज्ञा नहीं देने और अपने कैडर से द्वीप के लोगों से मिलने से रोकने के लिए विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव दायर किया है।
विनॉय ने कहा सांसद का स्वतंत्र रूप घूमना और लोगों से मुलाकात करना उनके विशेषाधिकार का अभिन्न अंग है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा प्रफुल्ल पटेल की नियुक्ति के बाद से प्रशासन ने कई निर्देश पारित किए हैं जो व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अतिक्रमण कर रहे हैं। इसके साथ ही आर्थिक गतिविधियों में बाधा उत्पन्न करते हैं और लोगों के कमाई का जरिया छीनते हैं।
इस संबंध में राज्यसभा महासचिव को सांसद ने पत्र लिख कर कहा कि 26 मई को अपनी प्रस्तावित यात्रा के बारे में लक्षद्वीप प्रशासन को सूचित किया था, और ये विश्वास दिलाया था कि कोरोना से संबंधित प्रोटोकाल का पालन करेंगे लेकिन प्रशासन को उत्तर देने में पांच दिन लगा दिए। जिसके बाद कवरत्ती के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ने जवाब दिया कि COVID-19 महामारी के कारण, विस्वम को अपनी यात्रा स्थगित करनी चाहिए। प्रशासन ने कहा लक्षद्वीप में 2020 में हमने जो उपाय किए जिससे हमारा द्वीप बचा रहा वहीं वर्तमान प्रशासन की नियुक्ति के बाद कुछ आइसोलेशन दिशानिर्देशों में ढील दी गई थी जिसका परिणाम है कि 4,000 से अधिक मामलें सामने आए और 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।