सीताराम येचुरी ने अपनी कश्मीर यात्रा की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सौंपी
नई दिल्ली। सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर अपनी 29 अगस्त की कश्मीर यात्रा का ब्यौरा दिया, जिसके दौरान उन्होंने अपने बीमार सहयोगी यूसुफ तारिगामी से मुलाकात की का भी ब्यौरा सौंपा है। ऐसा माना जा रहा है कि इसमें उन्होंने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति का भी जिक्र किया है। अदालत में हलफनामा एक सीलबंद लिफाफे में प्रस्तुत किया गया।
उच्चतम न्यायालय की अनुमति से येचुरी ने गत 29 अगस्त को माकपा की जम्मू कश्मीर इकाई के नेता और बीमार चल रहे पूर्व विधायक यूसुफ तारीगामी से मुलाकात करने के लिये वहां का दौरा किया था। पार्टी सूत्रों के अनुसार येचुरी ने अपनी यात्रा से जुड़ी सीलबंद रिपोर्ट न्यायालय में हलफनामे के साथ पेश कर दी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, येचुरी ने रिपोर्ट में ना सिर्फ तारीगामी की सेहत का विवरण दिया है बल्कि उन्हें एम्स लाए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। जिससे उन्हें अच्छा इलाज मिल सके।
सूत्रों के मुताबिक, पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद उत्पन्न स्थिति का ब्यौरा भी पेश किया है।येचुरी ने पांच अगस्त के बाद पार्टी की राज्य इकाई के नेताओं से मिलने की दो बार कोशिश की थी लेकिन स्थानीय प्रशासन ने उन्हें कानून व्यवस्था का हवाला देकर श्रीनगर हवाईअड्डे से ही वापस भेज दिया।
बाद में उच्चतम न्यायालय ने येचुरी को इस शर्त पर तारीगामी से मिलने की अनुमति दी थी कि वह इस दौरान राज्य में किसी राजनीतिक गतिविधि में शामिल नहीं होंगे। जिसके बाद शीर्ष अदालत ने येचुरी को हलफनामा पेश कर यात्रा विवरण देने का भी निर्देश दिया था।
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