बिहार विधानसभा के लिए बढ़ा महागठबंधन का कुनबा, ये दो दल भी आए साथ
नई दिल्ली। दो वामपंथी दलों सीपीआई और सीपीआई (एम) ने बिहार विधानसभा चुनाव राजद-कांग्रेस महागठबंधन के साथ मिलकर लड़ने का फैसला लिया है। दोनों दलों के एक साझा शिष्टमंडल ने बुधवार को राजद बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से मुलाकात के बाद महागठबंधन में शामिल होने का ऐलान किया है। सीपीआई सचिव रामनरेश पांडेय ने कहा कि वामदल भी अब महागठबंधन में शामिल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने बिहार को पीछे धकेल दिया है, ऐसे में एनडीए को सत्ता से बाहर करने के लिए ये फैसला लिया गया है। पांडे ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, भाकपा, माकपा और गठबंधन की सभी पार्टियां मिलकर बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगी।
वामदलों के महागठबंधन में शामिल होने के ऐलान के बाद राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि वामदलों के महागठबंधन में शामिल होने के बाद महागठबंधन की ताकत बढ़ी है। हालांकि उन्होंने सीट शेयरिंग को लेकर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा है कि कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा, इस पर फैसला सभी दल मिल बैठकर करेंगे।
सीपीआई सचिव रामनरेश पांडेय ने कहा कि सभी दलों के बीच सम्मानजनक तरीके से सीटों के बंटवारे पर जल्द ही सहमति बना ली जाएगी। सभी पक्ष आपसी समझदारी और व्यापक राजनीतिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ेंगे। राजद प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात करने वालों में भाकपा के प्रदेश सचिव के अलावा, पूर्व विधायक अवधेश कुमार राय, पूर्व एमएलसी संजय कुमार यादव और माकपा की ओर से राज्य सचिव अवधेश कुमार, सवरेदय शर्मा शामिल थे।
बिहार में विधानसभा चुनाव जल्दी ही होने वाले हैं। बिहार विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 29 नवम्बर को समाप्त होगा। ऐसे में अक्टूबर-नवम्बर के महीने में चुनाव कराए जाने की संभावना है। ऐसे में राजनीतिक दलों में लगातार हलचल देखने को मिल रही है। गठबंधन से राजनीतिक दलों के आने जाने का सिलसिला भी जारी है। वहीं कई नेताओं ने भी बिहार में हाल के दिनों में दल बदले हैं।