सीरम इंस्टीट्यूट का बयान, कोविशील्ड वैक्सीन का दूसरा डोज 28 दिन बाद लगवाने पर दिखेगा बेहतर रिजल्ट
नई दिल्ली। Vaccination start in India भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ आज से दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू हो रहा है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और भारत बायोटेक द्वारा बनाई गई कोवैक्सीन का टीका आज से 3 लाख हेल्थ केयर वर्कर्स को लगाया जाएगा, जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद करेंगे। टीकाकरण अभियान के पहले चरण से पहले दोनों वैक्सीन पर काफी सवाल खड़े किए जा चुके हैं। ऐसे में सीरम इंस्टीट्यूट की तरफ से ये कहा गया है कि अगर कोविशील्ड ( Covishield) की दोनों खुराक के बीच अंतर अगर 28 दिनों से ज्यादा रहता है तो इसका असर काफी बढ़ जाएगा। आपको बता दें कि दोनों वैक्सीन के दो डोज लोगों को दिए जाएंगे और एक डोज के बाद करीब 4 हफ्ते का अंतर रखा जाएगा।
दूसरे डोज के लिए जितना रूका जाएगा, रिजल्ट उतना बेहतर होगा
एक न्यूज चैनल से बातचीत में सीरम इंस्टीट्यूट के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश जाधव ने कहा है कि ट्रायल के दौरान हमने ये देखा था कि अगर दो खुराक के बीच हमने अंतर को बढ़ाया तो इसका रिजल्ट और बेहतर देखने को मिला। सुरेश जाधव ने बताया कि भले ही ये अंतर चार हफ्ते का हो, लेकिन बेहतर सुरक्षा प्रदान करेगा। साथ ही अगर ये अंतर 4 हफ्ते से बढ़ाकर 6 या फिर 8 हफ्ते कर दिया जाएगा तो इसका असर ज्यादा देखने को मिलेगा।
दूसरे डोज में जल्दी करने पर असर दिखेगा कम
सुरेश जाधव ने कहा कि कोविशील्ड के फेज 3 के क्लीनिकल ट्रायल के दौरान हमने 28 दिनों के अंतराल में वैक्सीन का दूसरा डोज देना शुरू किया था, जिसका बेहतर असर देखने को मिला। उन्होंने बताया कि अगर 28 दिनों से कम में वैक्सीन की दूसरी डोज ले ली जाएगी तो इसका असर थोड़ा कम देखने को मिलेगा। उस स्थिति में इसका असर 70 फीसदी रहेगा।