कोरोना के डबल म्यूटेंट से लोगों को प्रोटेक्ट करेगी कोविशील्ड वैक्सीन- CCMB रिपोर्ट
हैदराबाद। कोरोना वायरस का नया म्यूटेंट देश के अंदर अपना कहर बरपा रहा है। हालात ये हैं कि अब रोजाना देश में 3 लाख से उपर संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। हालांकि देश में टीकाकरण अभियान भी चलाया जा रहा है, लेकिन वैक्सीन को लेकर लोगों में अभी भी संकोच दिख रहा है। लोग घरों से निकल कर वैक्सीन लगवाने से कतरा रहे हैं। ऐसे में सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) ने दावा किया है कि कोविशील्ड वैक्सीन नए म्यूटेशन से लोगों को प्रोटेक्ट करेगी। आपको बता दें कि इससे एक दिन पहले ICMR ने भी ऐसा ही दावा किया था कि हमारी वैक्सीन में डबल म्यूटेंट से लड़ने की क्षमता है। आपको बता दें कि कोविशील्ड वैक्सीन का निर्माण भारत में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका ने मिलकर किया है और इसका उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया के द्वारा किया जा रहा है।
ICMR ने भी वैक्सीन को बताया था नए म्यूटेंट पर असरदार
बता दें कि कोरोना वायरस के "डबल म्यूटेंट" को महाराष्ट्र और देश के अन्य राज्यों में लगातार बढ़ रहे मामलों के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है। नए म्यूटेंट की वजह से ही ये वायरस पहले से और भी घातक हो गया है। वैज्ञानिकों ने पहले ही आशंका जताई थी कि यह डबल म्यूटेंट या फिर B.1.617 इम्यून सिस्टम को बुरी तरह से प्रभावित करेगा। हाल ही में ICMR ने भी ये कंफर्म किया था कि हमारी वैक्सीन नए म्यूटेंट से भी सुरक्षा प्रदान करेगी।
अभी तक वैक्सीन को लेकर संदेह था- CCMB निदेशक
शुक्रवार को CCMB के निदेशक राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि पहले कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर संदेह था, क्योंकि नए वेरिएंट के प्रभाव से लोग डर गए थे, लेकिन अब इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि वैक्सीन हमें सुरक्षा प्रदान करेगी। राकेश कुमार मिश्रा ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है कि इस वैक्सीन के नए म्यूटेंट पर परिणाम बहुत ही उत्साहजनक हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो 'डबल म्यूटेंट' के सबसे अधिक केस महाराष्ट्र में देखने को मिला है। महाराष्ट्र में करीब 60 से 70 प्रतिशत मामलों में नया म्यूटेशन पाया गया है, जबकि तेलंगाना एवं आंध्र प्रदेश के कोरोना मामलों में यह पांच प्रतिशत से भी कम है।
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