तेज प्रताप ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, कहा- हमें "आत्मनिर्भर" बनना है लेकिन Vaccine रूस बनाएगा
नई दिल्ली। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे और आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने कोरोना वायरस (कोविड-19) की वैक्सीन को लेकर मोदी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के नारे का भी जिक्र किया है। तेज प्रताप ने ट्वीट करते हुए कहा है, 'हमें "आत्मनिर्भर" बनना है लेकिन Vaccine रूस बनाएगा..!' उनके इस ट्वीट पर बहुत से लोग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। हालांकि अधिकतर लोग तेज प्रताप को इस ट्वीट के लिए ट्रोल कर रहे हैं।
राजेश नाम के यूजर ने कहा है, 'वैक्सीन रूस के राष्ट्रपती ने नहीं बल्कि वहां के वैज्ञानिकों ने बनाई है और हमारे यहां के वैज्ञानिक भी जी जान से लगे हैं। मोदी के विरोध में अब हमारे वैज्ञानिक और शोधकर्ताओं के अपमान पर भी उतर आए। सही कहते है मेरे बिहारी दोस्त, तूम बिहार के पप्पू हो।' वेदिका नाम की यूजर ने कहा, 'हम इतने आत्मनिर्भर हैं कि, खुद को खयाली ग्रेजुएशन देके खुद ही ऐकडेमिक ड्रेस पहन लेते हैं।'
Recommended Video
वहीं कुछ लोगों ने तेज प्रताप को सलाह दी है कि भारत में भी बहुत सी कंपनियां वैक्सीन बना रही हैं, पहले उनके बारे में पढ़ लें। दिशी नाम की यूजर ने कहा है, 'जाइडस कैडिला, सीरम इंस्टिट्यूट, बॉयोलॉजिकल ई, भारत बॉयोटेक, इंडियन इम्युनोलॉजिकल और मिनवैक्स भारत कि ये छः कंपनियां कोरोना वैक्सीन बनाने का कार्य कर रही हैं, कृपया हौसला रखें आप भारत में रहते हैं...' इसके जवाब में संजू नामक यूजर ने कहा, 'इतनी मेहनत से आपने छः कंपनी के नाम तो लिख दिया पर देख तो लेतीं आप समझा किसको रही हैं। कम से कम DP ही देख लेतीं तो इतना नहीं लिखना पड़ता आपको।'
आपको बता दें तेज प्रताप यादव अक्सर भाजपा और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते रहते हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस महामारी के दौर में आत्मनिर्भर भारत का एलान किया था। उन्होंने देश को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया था। वहीं रूस ने कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन बनाने का दावा किया है और कहा है कि वह अक्टूबर तक इसे बाजार में उतारेगा।
हमें "आत्मनिर्भर" बनना है लेकिन Vaccine रूस बनाएगा..!
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) August 17, 2020
शिवसेना का पीएम मोदी पर तंज, कहा- हम प्रवचन ही देते रहे और रूस वैक्सीन बनाकर आत्मनिर्भर बन गया