दिल्ली समेत इन राज्यों के रेलवे स्टेशनों पर कोविड कोच तैयार, कोरोना मरीजों का होगा इलाज
नई दिल्ली- देश में कोरोना संक्रमितों की तादाद पौने तीन लाख को पार कर चुकी है और केंद्र सरकार ने इस स्थिति के लिए एक तैयारी पहले से कर रखी है, जो अब काम आ रहा है। भारतीय रेलवे ने अपने 5 हजार से ज्यादा पैसेंजर कोचों को पहले से ही कोविड फैसिलिटी में तब्दील कर रखा है, जिसे अब राज्यों की जरूरतों और मांगों के हिसाब से देशभर के अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर तैनात कर दिए गए हैं। ऐसी ही एक रेलवे कोविड केयर यूनिट को राजधानी के शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन पर तैनात किया जा चुका है और बाकी राज्यों की मांगों पर भी ऐसे कोच भेजे गए हैं।
रेलवे स्टेशनों पर कोविड कोच तैयार
जिन राज्यों ने नोवल कोरोना वायरस के मरीजों के लिए रेलवे कोच की सेवा लेनी शुरू कर दी है, उनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना शामिल हैं। फिलहाल इन रेलवे कोचों को अलग-अलग स्टेशनों पर कोविड-19 के मरीजों के आइसोलेशन के लिए इस्तेमाल के लिए तैनात कर दिया गया, जो 24 घंटे डॉक्टरों के निगरानी में रहेंगे। इस समय उत्तर प्रदेश सरकार ने 24 रेलवे स्टेशनों पर ऐसी कोच खड़ी करवाई हैं। जबकि, तेलंगाना ने रेल मंत्रालय से तीन स्टेशनों के लिए कोविड कोचों की सुविधाएं मंगवाई हैं। वैसे दिल्ली सरकार ने फिलहाल शकुरबस्ती स्टेशन को ही इस काम के लिए चुना है, जहां ये कोच पहले से ही खड़ी की जा चुकी हैं।
10 कोविड कोच में 160 मरीजों का इंतजाम
भारतीय रेलवे की ओर से पहले ही संबंधित राज्यों के लिए ये कोच मंजूर किए जा चुके हैं। इन प्रत्येक कोविड फैसिलिटी में रेलवे ने 10 विशेष कोच लगाए हैं, जिनमें हर कोच में एक साथ 16 मरीजों के रखने का इंतजाम है। इसके अलावा डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के रहने की भी पूरी व्यवस्था है। इस तरह से एक जगह पर 160 कोरोना मरीजों को एक साथ आइसोलेशन में रखा जा सकता है। गुरुवार को जारी बयान में रेल मंत्रालय ने कहा है कि, 'स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की गाइडलाइंस के आधार पर भारतीय रेलवे को कुछ राज्य सरकारों ने इसके लिए आवेदन किया था।'
रेलवे ने 5,231 कोविड कोच पूरी तरह से तैयार कर रखे हैं
बता दें कि भारतीय रेलवे ने कोविड केयर सेंटर के रूप में 5,231 कोच तैयार कर रखे हैं, जिन्हें कोविड फैसिलिटी के तौर पर उपयोग किया जा सकता है। केद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक इन कोविड कोचों में हल्क लक्षणों वाले मरीजों को रखा जा सकता है और राज्य सरकारें चाहें तो खास इलाकों में इनका पॉजिटिव मरीजों के साथ-साथ संदिग्ध मरीजों के आइसोलेशन के लिए भी उपयोग में ला सकती हैं। बता दें कि इस साल मार्च में रेलवे के 16 जोन ने 5,000 रेलवे कोचों को आइसोलेशन यूनिट के रूप में तब्दील करने का काम शुरू किया था। हालांकि, रेलवे बोर्ड ने सभी रेलवे जोन से कोविड केयर यूनिट के लिए 20,000 कोच को कोविड कोच में बदलने की तैयारी सुनिश्चित करके रखने को कहा था।
कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से काम आ रहे हैं ये कोच
बता दें कि जिन राज्यों ने रेलवे के कोविड केयर सेंटर के इस्तेमाल करने का फैसला किया है, उनमें सबसे ज्यादा कोरोना के संक्रमित मामलों की संख्या दिल्ली में है,जहां अबतक 32,810 केस हो चुके हैं। इसके बाद यूपी का स्थान है, जहां कोरोना के संक्रमित केसों की कुल संख्या 11,610 हो चुकी है । जबकि, तेलंगाना में कुल मामलों की तादाद 4,111 हो चुकी है। वहीं देश में गुरुवार को कुल संक्रमित मामलों की संख्या 2,86,579 तक पहुंच चुकी है।
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