Covid-19:मुंबई के लिए अगले 5 दिन बहुत महत्वपूर्ण, इटली-न्यूयॉर्क बनने से बचाना है
नई दिल्ली- आने वाले पांच दिन महाराष्ट्र, खासकर मुंबई के लिए बहुत अहम साबित होने वाले हैं। क्योंकि, इन पांच दिनों में ही यह तय होने वाला है कि मुंबई कोरोना संक्रमितों की संख्या पर काबू कर पाता है या फिर उसका भी हाल इटली या न्यूयॉर्क जैसा हो सकता है। क्योंकि, पिछले कुछ दिनों में वहां जिस तरह से कोरोना के नए मामलों की संख्या में इजाफा हुआ है,वह बहुत ही भयावह तस्वीर पेश करता है। हालांकि, स्वास्थ्यकर्मी और सभी एजेंसियां कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जी-जान से जुटी हुई हैं, लेकिन उसके बावजूद भी जिस तरह से नए मामले सामने आए हैं, वह अच्छे संकेत नहीं हैं। ऐसे में ग्लोबल ट्रेंड ये बता है कि अगर अगले पांच या छह दिन हमने हालात पर नियंत्रण बनाए रखा तो हमारी जीत निश्चित है।
पिछले दो दिनों का ट्रेंड खतरनाक है
मुंबई समेत पूरा महाराष्ट्र इस वक्त कोरोना वायरस के भयंकर चपेट में है। देश में सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव लोग यहीं हैं और उसमें भी मुंबई सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बना हुआ है। मृतकों की तादाद भी यहां सबसे ज्यादा है। ऐसे में इकोनॉमिक्स टाइम्स ने वहां राज्य सरकार के कुछ अधिकारियों से जो बात की है, वह स्थिति की भयानकता को ही जाहिर करता है। प्रदेश सरकार और बीएमसी के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारों ने हालात के चुनौतीपूर्ण होने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि पिछले दोनों दिनों में जिस तरह से मुंबई में रोजाना 100 से ज्यादा मामले सामने आए हैं, वह इस बात के संकेत हैं कि कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ रहा है।
मुंबई पर भारी अगले 5 दिन
शुभ संकेत ये है कि स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े लोग यह उम्मीद कर रहे हैं कि अगले हफ्ते से संक्रमण के मामलों में कमी आनी शुरू हो जाएगी। हालांकि, उनकी बातों से एक चिंताजनक चेतावनी भी जाहिर हो रही है। मसलन, स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा है, 'अब तक के ग्लोबल ट्रेंड्स और बीमारी के प्रकोप को देखें तो हम कह सकते हैं कि मुंबई में अगले पांच-छह दिनों में 200 से 300 नए मामले आने संभव हैं। हम उसके लिए तैयार हैं, लेकिन उम्मीद करते हैं कि 6 दिनों के बाद संख्या में कमी आने लगेगी। हालांकि, यदि यह प्रकोप अगले 10 दिनों तक बढ़ता ही रहा तो हमे इटली या न्यूयॉर्क जैसे हालात भी देखने पड़ सकते हैं।' चिंता की बात ये है कि दो हफ्ते पहले ही रोजाना गिनती के केस ही आ रहे थे, लेकिन फिर संख्या में तेजी से इजाफा होना शुरू हो गया।
रोजाना 1,500 टेस्टिंग करवाई जा रही है
हालात के मद्देनजर बीएमसी ने टेस्टिंग की संख्या भी बहुत बढ़ा दी है और आज की तारीख में रोजाना 1,500 टेस्ट करवाए जा रहे हैं। बीएमसी ने न केवल हॉटस्पॉट में टेस्ट शुरू करवाए हैं, बल्कि हर वार्ड में जिसे भी खांसी, सर्दी या बुखार की शिकायत है उसे चेक किया जा रहा है। राज्य सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक पहले के मामले राज्य में अधिकतर सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और पश्चिमी एशियाई देशों से आने वालों के थे, जो क्वारंटीन में भेजने वाली केंद्र की सूची में नहीं थे। लेकिन, पिछले कुछ दिनों में जो मामले बढ़े हैं, उसमें दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज का बहुत बड़ा रोल है, खास कर एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी धारावी उसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
झुग्गियों में संक्रमण ने बढ़ाई चिंता
मुश्किल ये है कि झुग्गी में कोरोना के फैलाव को रोकना बहुत ही चुनौती वाला काम है। बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि, 'एक संक्रमित व्यक्ति झुग्गी में कम से कम 30 लोगों के संपर्क में होता है। इसलिए, यहां इसका फैलाव बहुत ज्यादा होता है और हमारे लिए उन सभी 30 लोगों और उनके संपर्कों को भी तलाशने का काम बहुत ही मुश्किल हो जाता है।' दिक्कत ये है मुंबई में सिर्फ धारावी झुग्गी में ही कोरोना नहीं फैला है, बल्कि बांद्रा ईस्ट की झुग्गियों में भी यह पहुंचा हुआ है। इसी के मद्देनजर मुंबई में मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ सख्ती के निर्देश दिए गए हैं। मुंबई ही नहीं पुणे भी स्थिति विस्फोटक है। वहां तो 5 जोन में लोगों को रोकने के लिए पांच जोन में कर्फ्यू लगानी पड़ी है।
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