कोरोना वायरस पर नया खुलासा, कुछ मरीजों में 14 दिन बाद भी दिख सकते हैं लक्षण
नई दिल्ली। पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस का कहर झेल रही है। कोरोना वायरस के कारण भारत में 324 लोग संक्रमित हैं और 4 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को 2 हफ्ते का क्वारंटाइन जरूरी है। लेकिन एक स्टडी में सामने आया है कि कोरोना वायरस के कुछ संदिग्ध मरीजों को दो हफ्ते से भी अधिक क्वारंटाइन होना पड़ सकता है।
होम क्वारंटाइन की मुहर कोरोना वायरस के संदिग्ध होने की स्थिति में लगाई जाती है। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के इन्फेक्शन कंट्रोल एंड हॉस्पिटल एपिडेमियोलॉजी जर्नल ने इसके लिए 20 जनवरी से 12 फरवरी के बीच 175 केस का अध्ययन किया और तब जाकर इस नतीजे पर पहुंचे। इन मामलों में उन लोगों का एक समूह भी शामिल था, जिन्होंने चीन के हुबेई प्रांत की यात्रा की थी और दूसरे जिन्होंने हुबेई प्रांत की यात्रा नहीं की थी और वे अन्य लोगों द्वारा संक्रमित थे।
इन लोगों की औसत आयु 42 साल थी। स्टडी में पाया गया कि यात्रा करने वाले ग्रुप में इन्क्यूबेशन पीरियड एक दिन और अधिकतम 3.8 दिन थी। इन्क्यूबेशन पीरियड उसे कहते हैं जिसमें संक्रमण के बाद बीमारी के लक्षण दिखने शुरू होते हैं। जबकि यात्रा ना करने वाले ग्रुप में इन्क्यूबेशन पीरियड 12.1 दिन और अधिकतम 17.1 दिन था। यानी औसत इन्क्यूबेशन पीरियड 14.6 दिन रहा, जो वर्तमान में दो हफ्ते (14 दिनों) के क्वारंटाइन पीरियड से थोड़ा ज्यादा है जो वर्तमान में दुनिया भर की सरकारों द्वारा अनिवार्य किया गया है।
स्टडी में कहा गया है कि यह संभव है कि यात्रा ना करने वाले ग्रुप का इन्क्यूबेशन पीरियड अत्यधिक अस्थिर था। यह संभावित रूप से मौजूदा रोकथाम उपायों की प्रभावशीलता के लिए चिंता का कारण बन सकता है। बता दें कि दुनियाभर में इस वायरस के कारण 11000 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। जबकि संक्रमित लोगों की संख्या 275,944 का आंकड़ा पार कर चुकी है।