महाराष्ट्र में आज से खुले धार्मिक स्थल, सिद्धि विनायक के दर्शक करने पहुंचे श्रद्धालु, ये हैं Guidelines
मुंबई। कोरोना वायरस की वजह से लंबे समय से बंद सभी धार्मिक स्थलों को आज से महाराष्ट्र में खोल दिया गया है, सोमवार से ठाकरे सरकार ने मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, दरगाह सबको खोलने की इजाजत दे दी है लेकिन इन जगहों पर जाने के लिए हर किसी को कोविड 19 से बचने के लिए जारी गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करना बहुत जरूरी है, आपको बता दें कि महाराष्ट्र में 18 मार्च से सभी धार्मिक स्थल बंद थे सोमवार सुबह से जैसे ही मंदिर खुले हैं, वैसे ही श्रद्धालुगण दर्शन करने के लिए मंदिर पहुंचे हैं।
Recommended Video
मालूम हो कि आज सुबह 7 बजे से ही सिद्धिविनायक मंदिर में भी भक्तों के आने का सिलसिला जारी है, मंदिर खुलने पर श्रद्धालुगण काफी खुश हैं और उन्होंने खुद को भाग्यशाली बताया है कि दिवाली के बाद यानी कि नए साल में भगवान का दर्शन करने का अवसर प्राप्त हुआ तो वहीं इस बारे में बात करते हुए सिद्धिविनायक मंदिर के अध्यक्ष आदेश बांडेकर ने बताया कि सोमवार सुबह 7 बजे से श्रद्धालु मंदिर में गणपति के दर्शन कर पाएंगे, हर घंटे केवल 100 श्रद्धालुओं को ही आने की इजाजत होगी, दर्शन करने से पहले भक्तों को पहले अपना स्लॉट सिद्धिविनायक मंदिर के एप पर बुक करना होगा। पहले दिन दर्शन के लिए 1,000 लोगों को क्यूआर कोड दिया जा चुका चुका है।
गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करना आवश्यक
यहां आने वाले श्रद्धालुओं को जारी हुई गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करना होगा। वरिष्ठ नागरिकों से मंदिर न आने की अपील की गई है। बुजुर्ग और बच्चों के लिए मंदिर के एप पर वर्चुअल दर्शन की व्यवस्था की गई है। सिद्धिविनायक में एंट्री से पहले लोगों के बॉडी टेंपरेचर की जांच हो रही है और बिना मास्क के मंदिर में किसी को एंट्री नहीं दी जा रही है और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है।
साईं बाबा मंदिर भी आज खुला
तो वहीं आज से शिरडी में प्रसिद्ध साईं बाबा मंदिर को भी खोल दिया गया है, यहा भी एक दिन में सिर्फ 6000 लोगों को साईं के दर्शन करने की इजाजत मिली है, लेकिन इसके लिए पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की करना है और इसके बाद शिरडी पहुंचकर लोगों को टोकन लेना है और फिर नंबर आने पर ही दर्शन करने का मौका मिलेगा।
जनवरी-फरवरी में कोरोना वायरस की दूसरी लहर आने की आशंका
धार्मिक स्थलों के खोलने के फैसले पर महाराष्ट्र मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि सरकार का निर्णय सही समय पर आया है जब कोरोना रोगियों की संख्या कम है। सभी धार्मिक स्थलों के लिए नियम समान होंगे। मास्क, सैनिटाइज़र का उपयोग अनिवार्य होगा। सोशल डिस्टेसिंग बहुत मत्वपूर्ण है, गौरतलब है कि इससे पहले महाराष्ट्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर एक सर्कुलर जारी किया है। इसमें बताया गया है कि जनवरी-फरवरी में कोरोना वायरस की दूसरी लहर आने की आशंका है। कोरोना वायरस की दूसरी लहर की आशंका को देखते हुए महाराष्ट्र में अधिकारियों को सभी जिले और नगर निगमों में लैब को पूरी तरह से तैयार रखने को कहा गया है। सर्कुलर में कहा गया है कि कोरोना वायरस की टेस्टिंग में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए और सभी लैब भारतीय चिकिस्ता अनुसंधान परिषद (ICMR) के मानकों पर पूरी होनी चाहिए।