देश में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 50 लाख पार-स्वास्थ्य मंत्रालय
नई दिल्ली। देश में कोरोना का कहर जारी है, क्या आम और क्या खास सभी इस महामारी की चपेट में हैं, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 88,600 नए मामले सामने आए और 1,124 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा, इसी के साथ देश में कुल मामलों की संख्या 59,92,532 हो गई है, वहीं 94,503 लोगों को इस खतरनाक वायरस के संक्रमण के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है, सक्रिय मामलों की संख्या 9,56,402 हो गई है।
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लेकिन राहत की बात ये है कि देश में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 50 लाख पार पहंच गई है, स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक मात्र 11 दिनों के अंदर 10 लाख लोग कोरोना से ठीक हुए है। विभाग ने कहा है कि 21 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में प्रतिदिन सामने आ रहे नए मामलों से ज्यादा मरीज ठीक हो रहे हैं।
इन राज्यों में महाराष्ट्र उत्तर प्रदेश आंध्र प्रदेश दिल्ली हरियाणा जम्मू-कश्मीर और मेघालय शामिल हैं और बीते 24 घंटे में 83,963 मरीज ठीक भी हुए हैं और आईसीएमआर ने कहा है कि भारत में अब तक करोना के 7,12,57,836 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं।
कोरोना बीमारी से उबर चुके लोगों को निम्नलिखित गाइडलाइन को मानना चाहिए
- केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के नए प्रोटोकॉल में बीमारी से उबर चुके लोगों को च्यवनप्राश खाने, हल्दी का दूध पीने, योग और घूमने की सलाह दी हैं।
- घर से बाहर निकलते वक्त हमेशा मास्क पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें।
- हमेशा गर्म पानी का सेवन करें, बाहर खाने-पीने से बचें।
- इम्युनिटी बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक दवाएं लें।
- आयुष मंत्रालय के निर्देशों का पालन करें।
- हल्की या मध्यम एक्सरसाइज करें।
- रोजाना योगासन, प्राणायाम और मेडिटेशन करें।
- इलाज करने वाले डॉक्टर ने सांस की एक्सरसाइज जैसे बताई हो वैसे करें।
- सुबह या शाम वॉक करें और हमेशा डॉक्टर के संपर्क में रहें।
- संतुलित आहार लें।
- पर्याप्त नींद लें और आराम करें।
- धूम्रपान और शराब से परहेज करें।
- घर पर सेल्फ हेल्थ मॉनिटरिंग करें जैसे कि टेंपरेचर, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, पल्स ऑक्सीमीटर आदि चेक करें।
- अगर सूखी खांसी या गले में खराश बनी हुई है तो गरारे करें और भाप लें/ इसमें औषधि या मसाले का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- एलोपैथिक डॉक्टर या आयुष डॉक्टर की बताई दवाई लें।
- जागरुकता बढ़ाने के लिए कोरोना से ठीक हुए मरीज अपने दोस्तों, रिश्तेदारों से अपने अनुभव साझा कर सकते हैं।