कोरोना वायरस: भारत में पहले एक लाख केस आए साढ़े तीन महीने में, दो लाख होने में लगे महज 15 दिन
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस के मामले इन दिनों काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। मंगलवार (2 जून) को देश में कोरोना के मामले दो लाख को पार कर गए हैं। इसमें ध्यान देने वाली बात ये है कि संक्रमण में बीते कुछ दिनों में बेहद तेजी आई है। भारत में पहला केस मिलने के बाद एक लाख मामले होने तक साढ़े तीन महीने से ज्यादा का वक्त लगा लेकिन इनको दोगुने होनें में सिर्फ 15 दिन लगे हैं। ऐसे में कुछ विशेषज्ञ मान रहे कि तीन लाख तक पहुंचने में और ज्यादा तेजी दिख सकती है।
30 जनवरी को आया पहला केस
देश में कोरोना के पहला मामला 30 जून को केरल में आया था। चीन के वुहान से लौटे छात्रों में ये संक्रमण पाया गया था। मार्च में देश के कई शहरों में कोरोना के मामले आने शुरू हो गए। 10 मार्च को देश में 50 केस आ चुके थे। अप्रैल में संक्रमण में तेजी देखी गई। 18 मई को देश में कोरोना के मामले एक लाख हो गए। देखा जाए तो 30 जनवरी से 18 मई तक साढ़े तीन महीने से ज्यादा का समय पहले एक लाख केस आने में लगा।
15 दिन में हो गए केस डबल
18 मई से 2 जून तक यानी 15 दिन के भीतर देश में कोरोना के मामले एक लाख से दो लाख हो गए। इसके पीछे तेजी से संक्रमण बढ़ने के साथ-साथ टेस्टिंग का बढ़ना भी वजह बताया जा रहा है। देश में शुरू में टेस्टिंग काफी कम थी। जबकि बीते कुछ दिनों में टेस्ट की संख्या बढ़ाई गई है। बीते करीब दो हफ्तों से हर रोज मामले बढ़ते जा रहे हैं। भारत अब कोरोना से प्रभावित दुनिया के शीर्ष सात देशों में शामिल हो चुका है।
24 घंटों में कोरोना के 8,909 मामले
बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने आंकड़े जारी करते हुए बताया कि पिछले महज 24 घंटों के भीतर ही कोरोना वायरस के 8,909 नए मामले सामने आए हैं, जो अभी तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके साथ ही कोरोना वायरस के कुल पॉजिटिव केस बढ़कर 207,615 हो गए हैं। पिछले 24 घंटों के भीतर ही कोरोना वायरस 217 लोगों की जान भी ले चुका है और मृतकों की संख्या बढ़कर 5,815 हो गई है।
लॉकडाउन के दौरान सड़क हादसों में 198 प्रवासी श्रमिकों की हुई मौत: रिपोर्ट