Covid-19: विदेश से आने वाले यात्रियों ने क्वारैंटाइन का नियम तोड़ा तो होगी ये कार्रवाई
नई दिल्ली- विदेश से आने वाले लोगों के बारे में जिस तरह से क्वारैंटाइन के नियमों को तोड़ने की खबरें आ रही हैं, उसके बाद केंद्र सरकार ने उनके लिए नियमों को और सख्त करने का फैसला कर लिया है। अब क्वारैंटाइन में भेजे जाने वाले मरीजों का पासपोर्ट जब्त कर लिया जाएगा और अगर फिर भी किसी ने क्वारैंटाइन के नियमों को तोड़ने की कोशिश की तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। खासकर ये नियम उन यात्रियों पर सख्ती से लागू होगा जो कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों से भारत आएंगे। जब उनकी 14 दिन की क्वारैंटाइन की अवधि पूरी हो जाएगी तभी उनका पासपोर्ट वापस दिया जाएगा। हाल में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जब संदिग्ध यात्रियों ने क्वारैंटाइन के नियमों को तोड़ दिया है और एक संदिग्ध तो सैंपल देकर वापस विदेश चला गया और बाद में उसका कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव आया था।
क्वारैंटाइन का नियम तोड़ा तो होगी कार्रवाई
अब कोरोना वायरस प्रभावित देशों से भारत आने वाले यात्री अगर 'होम क्वारैंटाइन' के नियमों को तोड़ते हुए पकड़े जाएंगी तो उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। यही नहीं अब महाराष्ट्र की तरह दिल्ली एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों को भी 'होम क्वारैंटाइन' के लिए भेजे जाने की स्थिति में उनके हाथों में 'होम क्वारैंटाइन' का ठप्पा लगाए जाने पर विचार किया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, 'यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी और जिनमें किसी तरह का खतरा नजर नहीं आएगा उनका पासपोर्ट जब्त करके उन्हें 'होम क्वारैंटाइन' के लिए भेज दिया जाएगा। उनसे यह लिखित वादा भी लिया जाएगा कि वो 'होम क्वारैंटाइन' का कड़ाई से पालन करेंगे नहीं तो नियमों के मुताबिक उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए महाराष्ट्र की तरह 'होम क्वारैंटाइन' का स्टैंप लगाने की संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं।'
सामने आए हैं क्वारैंटाइन के उल्लंघन के मामले
महाराष्ट्र में ऐसे कुछ मामले देखने को मिले हैं जब कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से भारत आए कुछ यात्री 'होम क्वारैंटाइन' की मियाद का उल्लंघन करते हुए पाए गए थे। पालघर और दादर स्टेशनों से कोरोना वायरस के ऐसे 6 संदिग्धों को पकड़कर रेल अधिकारियों को स्थानीय अस्पतलों में भर्ती करवाना पड़ा था। जाहिर है कि इसीलिए सरकार ने अब पासपोर्ट जब्त रखने और 14 दिन के क्वारैंटाइन की समय-सीमा पूरी होने के बाद ही उनका पासपोर्ट वापस देने का फैसला किया है, ऊपर से नियम तोड़ने वालों पर सख्त दंडात्मक कार्रवाई पर भी विचार किया जा रहा है। दिल्ली में तो एक ऐसा भी शख्स सामने आ चुका है जो सैंपल देने के बाद विदेश चला गया और उसके जाने के अगले दिन उसे कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है। इन सब वजहों को देखते हुए सरकार ने एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की प्रक्रिया और कड़ी कर दी है और साथ ही व्यवस्था की गई है कि यात्रियों को ज्यादा इंतजार न करना पड़े।
एस्कॉर्ट टीम रखेगी स्क्रीनिंग पर नजर
दिल्ली एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की प्रक्रिया को सुचारू तरीके से करने के लिए सीआईएसएफ अधिकारी की अगुवाई में पांच-सदस्यीय एस्कॉर्ट टीम भी बनाई गई है। इसमें सीआईएसएफ अधिकारी के अलावा दिल्ली एयरपोर्ट अथॉरिटी लिमिटेड (डायल), एयरलाइंस और दिल्ली पुलिस के लोग भी रहेंगे। बुधवार को सरकार ने एयरपोर्ट के अधिकारियों से कहा है कि स्क्रीनिंग का काम 24 घंटे ऐसी एस्कॉर्ट टीम की निगरानी में ही होगी। ये टीम यह सुनिश्चित करेगी कि किसी भी परिस्थिति में यात्रियों को उनका पासपोर्ट नहीं सौंपा जाय।
जागरुक होना ही है कोरोना से बचाव
बता दें पूरी दुनिया आज कोरोना वायरस की चपेट में है और करोड़ों लोग इसके खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। अब तक इससे पीड़ितों का आंकड़ा 2 लाख 19 हजार से ज्यादा हो चुका है, जबकि 8 हजार 9 सौ से ज्यादा लोग इसकी वजह से दम तोड़ चुके हैं। देश में भी इससे पीड़ित हो चुके मरीजों का आंकड़ा 168 हो चुका है और 3 लोगों की यहां भी कोरोना वायरस के चलते मौत हो चुकी है। भारत में इस बीमारी से लड़ने के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारें भी कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं और नागरिकों को भी इससे बचाव के लिए जागरुक करने का काम लगातार जारी है।