Covid19: गुजरात बना हॉटस्पॉट, संक्रमित लोगों की संख्या पहुंची 2000 के पार, अब तक 90 लोगों की मौत
नई दिल्ली। कोरोना संकट से लगातार देश जंग लड़ रहा है, तो गुजरात से मंगलवार को अच्छी खबर नहीं आई, यहां संक्रमण के 239 नए मामले सामने आने के साथ ही कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2178 हो गई है, राज्य में संक्रमण से 19 और लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या बढ़कर 90 हो चुकी है, जिसके कारण गुजरात अब हॉटस्पॉट बन गया है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अहमदाबाद में 130 नए मामले सामने आए, सूरत में 78, वडोदरा में छह, अरावली और बनासकांठा में पांच-पांच, वलसाड में तीन, बाटोड और राजकोट में दो-दो, मेहसाणा, भरूच, दाहोद, साबरकांठा, नवसारी, गिर सोमनाथ, खेडा और तापी में एक-एक मामला सामने आया, अहमदाबाद में संक्रमित लोगों की संख्या 1378 हो गयी है जबकि सूरत में 347 लोग संक्रमित हैं , जबकि अहमदाबाद में 15, सूरत में दो और भावनगर तथा भरूच में एक -एक व्यक्ति की मौत कोरोना से हुई है, मालूम हो कि गुजरात में पहली बार कोरोना वायरस से संक्रमित दो लोगों का उपचार प्लाज्मा थेरेपी से हो रहा है।
रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट के इस्तेमाल पर रोक
केंद्र और राज्य सरकारों ने कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए कोरोना टेस्ट को बढ़ा दिया है लेकिन इसी बीच मंगलवार को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने अगले दो दिन तक रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है, दरअसल राजस्थान से इन टेस्ट किट के नतीजे सटीक ना आने की शिकायत के बाद आईसीएमआर ने ये फैसला किया है, सरकार के मुताबिक रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट जांच में कारगर साबित नहीं हो पा रहा है इसलिए आईसीएमआर के आर गंगाखेड़कर ने राज्यों को दो दिनों के लिए रैपिड टेस्टिंग किट का उपयोग नहीं करने की सलाह दी है, उन्होंने कहा कि जमीन पर काम कर रही कोरोना वायरस की टीमों द्वारा मिली शिकायतों के बाद किट का परीक्षण और सत्यापन किया जाएगा । फिलहाल के लिए इसके दो दिन तक इस्तेमाल पर रोक लगाई जा रही है।
प्रदेश सरकारों ने उठाया बड़ा कदम
कोरोना वायरस संकट के बीच कई लोग ऐसे हैं जो सर्दी, जुकाम और बुखार की दवाएं खरीद रहे हैं और उसे अपने पास एहतियात के तौर रख रहे हैं। ऐसे में कई प्रदेश सरकारों ने एक बड़ा कदम उठाया है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार और महाराष्ट्र ने तमाम मेडिकल शॉप और फार्मेसी को निर्देश दिया है कि वह उन लोगों के नाम का रिकॉर्ड रखें जो बुखार, कोल्ड और खांसी की दवा खरीद रहे हैं। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना की सरकार हर रोज इन तमाम आंकड़ों को इकट्ठा करेगी और ये दवा खरीदने वालों का कोरोना वायरस टेस्ट करेगी।
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