जमात में शामिल 24 लोग कोरोना संक्रमित, अरविंद केजीरवाल ने दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के बीच दिल्ली में तबलीगी जमात के आयोजन में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले कई लोग कोरोना संक्रमण से संक्रमित पाए गए थे। इस कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद कई लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में गए। लिहाजा बड़ी संख्या में इस संक्रमण के फैलने का खतरा मंडरा रहा है। मरकज में लोगों की भीड़ जमा होने पर अब केजरीवाल सरकार पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इन तमाम सवालों पर आज केजरीवाल ने चुप्पी तोड़ी और कहा कि जो भी अधिकारी इसके लिए जिम्मेदार होगा, इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। केजरीवाल ने इस पूरी घटना की निंदा की और कहा, जब देश में सभी मंदिर मस्जिद बंद हैं तो ऐसी हरकत क्यों हुई?
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ऐसी गैरजिम्मेदाराना हरकत ठीक नहीं
केजरीवाल ने कहा कि मरकज में बताया जाता है कि 12-13 के आसपास किसी धार्मिक कार्यक्रम के लिए देश विदेश से कई लोग इकट्ठा हुए। कई लोग वापस चले गए और काफी लोग रुक गए। अब जब पता चला तो उन्हें वहां से निकाला जा रहा है। इन लोगों के टेस्ट किए जा रहे हैं। 24 लोगों के पॉजिटिव पाए गए हैं। 1548 लोगों को मरकज से निकाला जा चुका है। 448 में लक्षण थे। इन लोगों को अस्पताल में पहुंचा दिया गया है। इनके टेस्ट हो रहे हैं। 1107 मामले क्वारेंटाइन के लिए भेज दिया गया है, इनमे लक्षण नहीं था। यह ऐसी बीमारी है, जिसने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया। अमेरिका, स्पेन, इटली में हजारो लोगों की मौत हो रही है। ऐसी स्थित में भी अगर हम गैरजिम्मेदाराना हरकत करेंगे तो ठीक नहीं है। नवरात चल रहा है, लेकिन मंदिर में कोई भीड़ नहीं है। मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च, मक्का, वेटिकल सिटी खाली हो गया है।
दोषी अधिकारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
कितने लोगों को इससे नुकसान हो चुका होगा, यह सोचकर भी डर लग रहा है।मैं सभी धार्मिक धर्मगुरुओं से हाथ जोड़कर अपील करना चाहता हूं कि इस तरह की हरकत ना करें। मैंने कल शाम को एलजी को पत्र लिखा है कि इस मामले में एफआईआर लिखी जाए। अगर किसी भी अधिकारी की कोताही मिलती है तो उसे बख्ता नहीं जाएगा। कितने लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया गया है। तेलंगाना में यहां से गए 6 लोगों की मौत हो गई है। ऐसी हरकत हमे बिल्कुल नहीं करनी है। सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
दर्जनों लोग संक्रमित
गौरतलब है कि निजामुद्दीन मरकज में 1500 से 1600 लोगों के होने से हड़कंप मच गया था। इनमें से 334 को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और 700 को क्वारंटाइन केंद्र भेजा गया है निजामुद्दीन स्थित मरकज में मलेशिया, इंडोनेशिया, सऊदी अरब, किर्गिस्तान सहित 2,000 से अधिक प्रतिनिधियों ने 1 से 15 मार्च तक तब्लीग-ए-जमात में हिस्सा लिया था। यहां से देश के अलग-अलग हिस्सों में गए लोगों में भी कोरोना के मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने जानकारी दी थी कि सभी की स्क्रीनिंग चल रही है, मरकज़ में ठहरे 24 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।