कोवाक्सीन: गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में सितंबर में शुरू होंगे दूसरे फेज के ट्रायल
नई दिल्ली। भारत में कोरोना की वैक्सीन कोवाक्सीन का पहला फेज का ट्रायल सफलता के साथ पूरा हो गया है। भारत बायोटैक की ओर से बनाई जा रही कौवाक्सीन का पहला ट्रायल पूरा होने के बाद सितंबर में दूसरे फेज के ट्रायल की शुरुआत होगी। वैक्सीन को दूसरे फेज 2 क्लीनिकल ट्रायल गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (जीएमसीएच) में सितंबर से शुरू हो जाएंगे।
असम के स्वास्थ्य मंत्री ने कही ये बात
असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को कहा, कोवाक्सीन के दूसरे फेज के ट्रायल जिन केंद्रों पर होने हैं, गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, जीएमसीएच उनमें से एक है। यहां ट्रायल को लेकर तैयारी चल रही है और इस बात की 99 प्रतिशत संभावना है कि जीएमसीएच फेज 2 के परीक्षण में भाग लेगा। सरमा ने इसको लेकर खुशी जताते हुए कहा कि कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया में असम एक बड़ी भूमिका निभाएगा।
12 सेंटरों पर चल रहा ट्रायल
भारत बायोटेक के तहत कुल 12 सेंटर पर वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है, इनमें दिल्ली के एम्स अस्पताल में अभी पहला फेज़ जारी है। अन्य 11 पर लगभग ये पूरा हो गया है। दिल्ली एम्स में ट्रायल के लिए सिर्फ 16 कैंडिडेट ही सामने आ सके।सभी 12 सेंटर पर ये संख्या 375 के करीब रही। पहले फेज की रिपोर्ट सबमिट होने के बाद दूसरे फेज के ट्रायल सितंबर में होंगे। इस समय देश में तीन वैक्सीन पर अलग-अलग फेज में ट्रायल हो रहा है।
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रूस ने बना ली वैक्सीन!
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को घोषणा की थी उनके देश ने कोरोना की वैक्सीन बना ली है। रूस व्यापक रूप से उपयोग के लिए कोरोना वायरस वैक्सीन को मंजूरी देने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। पुतिन ने दावा किया है कि यह दवा पूरी तरह से सुरक्षित है और असरदार है। रूसी के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि इस टीके की पहली खेप अगले दो हफ्तों में आ जाएगी और पहले ये मुख्य तौर पर डॉक्टरों को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी अक्टूबर महीने से बड़ी संख्या में लोगों का टीकाकरण शुरू करने की योजना है। रूस की वैक्सीन पर कई विशेषज्ञों ने सवाल भी उठाए हैं लेकिन रूस का कहना है कि उसकी वैक्सीन सभी प्रक्रियाओं में खरी उतरी है।