कुख्यात गैंगस्टर दिलप्रीत के लिए एंबुलेंस बनी कोर्ट रूम, इसलिए करना पड़ा ऐसा
मोहाली। पंजाब के जाने माने गायक परमीश वर्मा को गोली मारने के मामले में फरार चल रहे कुख्यात गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह ढाहा को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि गुरुवार को दिलप्रीत सिंह को कोर्ट में पेश करन के लिए लाया गया तो वह चलने-फिरने की हालत में नहीं था। इसलिए जज कोर्ट रूम से बाहर आ गए। यह वाक्या एक नहीं दो अदालतों में हुआ और दिलप्रीत के लिए एंबुलेंस में ही कोर्ट रूम बन गया। पहले ऐसा चंड़ीगढ़ की जिला अदालत परिसर में हुआ और बाद में यही सीन मोहाली की जिला अदालत में दोहराया गया।
कुख्यात गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह ढाहा को पहले चंडीगढ़ की अदालत लाया गया और फिर वहां से मोहाली की अदालत ले जाया गया। उसे पिछले दिनों गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान वह घायल हो गया था और उसे टांग में चोट लगी थी। उसे दो दिन के रिमांड पर चंडीगढ़ पुलिस ने लिया था। उसका पहले पीजीआइ और फिर सेक्टर 32 स्थित जीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। दिलप्रीत सिंह ढाका की दो दिन की रिमांड समाप्त होने के बाद उसे अदालत में पेश किया जाना था। ऐसे में उसे जीएमसीएच से दोपहर बाद करीब तीन बजे छुट्टी दिलाकर एंबुलेंस से चंडीगढ़ की जिला अदालत लाया गया।
दिलप्रीत की हालत ऐसी नहीं थी कि उसे कोर्ट रूम में ले जाया जा सके। यह बात मामले की सुनवाई करने वाले जज ईमानवीर सिंह धारीवार को बताई गई। इस पर जज साहब खुद ही कोर्ट रूम से बाहर आ गए और कोर्ट परिसर में खड़ी एंबुलेंस को ही कोर्ट रूम बना दिया। वहां इस मामले पर सुनवाई के दौरान जज ने दिलप्रीत का बयान सुना। चंडीगढ़ पुलिस द्वारा उसका रिमांड नहीं मांगे जाने पर उसे प्रोडक्शन वारंट पर मोहाली पुलिस के हवाले कर दिया गया। इसके बाद उसे मोहाली जिला अदालत परिसर ले जाया गया और वहां भी स्पेशल ड्यूटी मजिस्ट्रेट रमनदीप कौर ने नीचे आकर दिलप्रीत ढाहा से बातचीत की। एंबुलेंस को कोर्ट में तब्दील कर दिया गया और ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने सुनवाई की। उसे स्पेशल डयूटी मजिस्ट्रेट ने 23 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
ड्यूटी मजिस्ट्रेट रमनदीप कौर ने पुलिस को हिदायत दी कि दिलप्रीत को मेडिकल सुविधाएं व कानूनी सहायता भी दी जाएं। उसके बाद भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में गैंगस्टर को फेज-छह स्थित मोहाली अस्पताल ले जाया गया। यहां ढाहा को ड्यूटी पर मौजूद डॉ. परमिंदर ने चेकअप के बाद अस्पताल की पहली मंजिल पर शिफ्ट करवा दिया। ढाहा को कड़ी सुरक्षा में पहली मंजिल पर एक प्राइवेट रुम में रखा गया है। उसके बाद सीनियर डॉक्टरों की टीम दिलप्रीत का चेकअप किया।
बता दें कि दिलप्रीत पर हत्या और जबरन वसूली के अनेक मामले दर्ज हैं। उस पर मशहूर पंजाबी गायक परमीश वर्मा पर हमला करने और एक सरपंच की हत्या का भी आरोप है। चंडीगढ़ पुलिस की क्राइम बांच की टीम ने उसे मुठभेड़ के बाद 9 जुलाई को गिरफ्तार किया था। सेक्टर-43 स्थित अंतरराज्यीय बस के निकट हुई मुठभेड़ के दौरान दिलप्रीत को गोली लगी और वह मौके पर ही गिर गया।