देश में पहली बार मां का गर्भाशय बेटी को ट्रांसप्लांट, अब हो पाएगा गर्भ दान
देश भर में इसी प्रयास के चलते अब वो मेडिकल तकनीक विकसित कर ली जाएगी जिससे कोई भी इसका लाभ ले सके।
पुणे। वैसे ये कोई अभिशाप तो नहीं की मां को संपूर्ण तभी कहा जाए जब उसकी गोद में संतान सुख हो लेकिन मेडिकल प्रयास के चलते अब महिलाओं को ये ताना नहीं सुनना पड़ेगा। दरअसल एक प्रयास के सफल हो जाने के बाद अब गर्भ दान किया जा सकेगा।
देश का पहला गर्भाशय ट्रांसप्लांट ऑपरेशन पुणे में सफल रहा। जिसके बाद पुणे के गैलेक्सी केअर लेप्रोस्कॉपी इंस्टीट्यूट हॉस्पिटल में अब ये दावा किया जा रहा है कि सूनी कोख को गर्भाशय दान किया जा सकेगा। देश भर में इसी प्रयास के चलते अब वो मेडिकल तकनीक विकसित कर ली जाएगी जिससे कोई भी इसका लाभ ले सके।
दरअसल सोलापुर की 21 वर्षीय युवती के शरीर में उसकी मां का गर्भाशय ट्रांसप्लांट किया गया। मां के दान किए गर्भाशय की वजह से अब बेटी खुद के बच्चे को जन्म दे सकेगी। इस सफल ऑपरेशन के बाद मां-बेटी दोनों की स्थिती बेहतर है। तीन हफ्ते बाद सही मायने में इस ट्रांसप्लांट की सफलता की जानकारी होगी। ऐसी जानकारी गैलेक्सी केअर लेप्रोस्कॉपी इंस्टीट्यूट हॉस्पिटल ने दी है।
जानकारी के मुताबिक ये ऑपरेशन गुरुवार की दोपहर को किया गया। जिसमें 12 एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम शामिल थी। एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम में डॉ. शैलेश पुणतांबेकर, डॉ. पकंज कुलकर्णी और डॉ. मिलिंद तेलंग ने स्वीडन से गर्भाशय ट्रांसप्लांट की जानकारी ली थी। डॉ. पुणतांबेकर ने जर्मनी में जाकर ट्रांसप्लांट का प्रशिक्षण लिया था।
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