Coronavirus: भारत से कब तक विदा हो जाएगा जानलेवा कोरोना, विशेषज्ञों ने बताई वो तारीख, जानें
Coronavirus : भारत में कब तक समाप्त हो जाएगा जानलेवा कोरोना, विशेषज्ञों ने बताई वो तारीख, जानें
बेंगलुरु। देश में अब तक कोरोना के पॉजिटिव मामलों की संख्या 27 हजार के पार पहुंच चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोरोना के अब तक 27,892 मरीज हैं। वहीं, अब तक 872 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए से एक बार फिर से मुख्यमंत्रियों के साथ लॉकडाउन को लेकर चर्चा कर रहें हैं। हर किसी के मन में ये ही सवाल हैं आखिर ये कोरोनावायरस संकट कब खत्म होगा? ये सवाल भारतीयों के दिमाग में ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लोगों के जेहन में बार-बार आ रहा हैं। बहराल, इन्हीं सवालों के बीच कुछ विशेषज्ञों ने भारत से कोरोना की विदाई को लेकर एक खुशखबरी दी हैं।
विशेषज्ञों ने बताई ये तारीख
भारत के लिहाज से ये बहुत बड़ी खबर है। दरअसल, सिंगापुर यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड डिजाइन ने बताया है कि कोरोना वायरस का प्रकोप भारत से 25 जुलाई तक समाप्त हो जाएगा। इस विश्वविद्यालय ने ऐसे ही निया के विभिन्न देशों में कोरोना संकट खत्म होने की तारीख का आकंलन करके उसी तारीख बताई है। विवि के विशेषज्ञों की टीम ने इस महामारी का जीवन चक्र कई देशों में अंतिम अवस्था की ओर बढ़ रहा है। सर ससेप्टेबल-इंफेक्टेड-रिकवर्ड मॉडल के जरिए 130 देशों के डाटा का अध्ययन किया है। यूनिवर्सिटी की डेटा ड्रिवन इनोवेशन लैब ने विभिन्न देशों के मौजूदा आंकड़ों को आधार मानकर यह अनुमान जताया है। इस अनुमान के आधार पर भारत में जुलाई 25 तक कोरोना से निजाद मिल जाएगी।
अन्य देशों में कोरोना का प्रकोप कम होने की विशेषज्ञों ने बताई ये तारीख
वहीं दुनिया के स्तर पर कोविड-19 का प्रकोप दिसंबर तक ही कम हो सकेगा। इन विशेषज्ञों ने अपने शोध से ये निष्कर्ष निकाला हैं कि अमेरिका और इटली समेत दुनिया के अन्य देशों में कोरोना का प्रकोप दिंसंबर तक कम होगा लेकिन सबसे कहीं पहले 25 जुलाई तक कोरोना का प्रकोप भारत में समाप्त हो जाएगा। आपको बता दें कोरोना वायरस से फैल रहे संक्रमण सभी देशों के लिए इसलिए भयावह हो चुका है क्योंकि दुनिया भर के वैज्ञानिकों को न तो अभी कोरोना से बचाव करने वाली वैंक्सीन और इसके इसके इलाज के लिए दवा बनाने में कोई खास सफलता हासिल नहीं हो पाई हैं। यहीं कारण हैं लोग इ कोरोना से अत्यधिक भयभीत हैं और हर कोई इस संक्रमण से जल्द से जल्द निजात पाना चाह रहा है। वहीं भारत के लिए खुशखबर ये हैं कि भारत में कोरोना को लेकर सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। अन्य देशों की अपेक्षा भारत में तेजी से इसमें सुधार हो रहा है।
हॉटस्पॉट जिले अब अब गैर-हॉटस्पॉट जिलों में बदल रहे हैं
बता दें 15 अप्रैल को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में 170 जिलों को वैश्विक महामारी कोविड-19 का हॉटस्पॉट घोषित किया था जबकि 207 जिलों को गैर-हॉटस्पॉट (कोरोना से असंक्रमित) घोषित किया था। गौरतलब हैं कि कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे भारत में लगातार हालात सुधर रहे हैं ये जानकारी देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण वाले कई हॉटस्पॉट जिले अब अब गैर-हॉटस्पॉट जिलों में बदल रहे हैं। हर्षवर्धन ने कहा है कि हॉटस्पॉट जिलों की रेगुलर निगरानी की जा रही है। मरीजों की देखभाल में अब रोबोट भी स्वास्थ्य कर्मियों का हाथ बंटा रहे हैं।
दिल्ली एम्स में इलाज के लिए किया गया ये प्रबंध
बता दें एम्स की आपातकालीन सेवाएं सामान्य रूप से काम कर रही हैं। निर्दिष्ट क्षेत्रों के साथ संदिग्ध कोरोना के रोगियों के लिए एक स्क्रीनिंग क्षेत्र विकसित किया गया है। इसके आलावा सामान्य दिनों की तरह एम्स में आने वाले मरीजों का ट्रीटमेंट और बेहतर देखभाल की जा रही है। उन्होंने कहा कि एम्स अस्पताल आईसीयू सुविधा को मजबूत करने के लिए काम कर रहा है और 20 से 30 बेड का ICU सुविधा ट्रॉमा सेंटर और बर्न और प्लास्टिक वार्ड में प्रदान किया गया है। हमारे पास 800 बेड की सुविधा है।"
वेंटिलेटर समेत अन्य जरूरी उपकरणों की बढ़ चुकी है मांग
गौरतलब है कि देश दुनिया में कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों के चलते वेंटिलेटर समेत अन्य जरूरी उपकरणों की मांग बढ़ गई है। सर्वाधिक मौतों का सामना कर चुका इटली वेंटिलेटर की कमी से जूझ रहा है और दूसरे देशों से सहयोग की मांग कर रहा है। वहीं भारत में भी एक माह में पचास हजार वेंटिलेटर की जरूरत महसूस की जा रही है।
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