भ्रष्ट और अयोग्य कर्मचारी सावधान, कच्चा चिट्ठा निकालने की तैयारी में मोदी सरकार
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अब भ्रष्टाचार के खिलाफ कमर कस ली है। सरकार ने अब भ्रष्ट और अयोग्य सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए संबंधित संस्थानों को निर्देश दे दिए हैं। इसके अलावा ऐसा भी कहा जा रहा है कि मोदी सरकार भ्रष्ट और अयोग्य कर्मचारियों को रिटायर करने पर भी जोर दे सकती है। केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद से सरकारी महकमे में हड़कंप मचा है।
भ्रष्ट और अयोग्य कर्मचारियों की खैर नहीं
गौरतलब है कि मोदी सरकार अब भ्रष्ट और अयोग्य सरकारी कर्मचारियों को और सहन करने के मूड में नहीं दिख रही है। केंद्र ने ऐसे सभी कर्मचारियों का खाका तैयार करने का निर्देश जारी कर दिया है। इस दौरान अगर कोई भ्रष्ट या अपनी नौकरी पर अयोग्य पाया जाता है तो उसे तुरंत रिटायर होने के लिए कहा जाएगा, इसको लेकर केंद्र की मोदी सरकार ने एक रजिस्टर भी तैयार करने के लिए कहा है।
ऐसे कर्मचारियों की होगी जांच
दरअसल, केंद्र सरकार ने सरकारी महकमों में भ्रष्टाचार को कम करने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं। इसी सिलसिले में सरकार ने एक दिशा-निर्देश जारी किया है जिसके तहत अपनी जॉब में 30 साल पूरे कर चुके कर्मचारियों का पुराना रिकॉर्ड चेक किया जाएगा। इसके अलावा जिन कर्मचारियों की उम्र 55-55 है तो उनका भी सेवा रिकॉर्ड चेक किया जाएगा।
समय से पहले किए जा सकते है रिटायर
केंद्र सरकार ने अपने दिशा-निर्देश में कहा गया है कि ऐसे सरकारी कर्मचारियों की सर्विस रिकॉर्ड में अक्षमता और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच हो। गाइडलाइन के मुताबिक सर्विस रिकॉर्ड की जांच के बाद यह तय किया जाएगा कि वह वर्तमान में सही से काम कर रहे हैं या उन्हें समय से पहले ही सेवानिवृत किया जाए। सरकार के कांर्मिक मंत्रालय ने सभी सचिवों से कहा है कि वहा एक रजिस्टर तैयार करें जिसमें कर्मचारियों से जुड़ी सारी जानकारी दर्ज की जाएगी।
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