15 दिनों में राजनीतिक पार्टियों को मिला 8000 करोड़ रुपए का चंदा
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान राजनीतिक दलों को खूब चंदा मिला है। इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए राजनीतिक दलों को महज 15 दिनों में 8000 करोड़ रुपए डोनेशन में मिले हैं। जी हां देश के कॉरपोरेट्स ने राजनीतिक दलों को 15 दिनों में ही 8000 करोड़ रुपए से अधिक का दान दे दिया। ये खुलासा आरटीआई रिपोर्ट में हुआ है।
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15 दिनों में मिला 8000 रुपए का दान
आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक 15 दिनों के भीतर राजनीतिक दलों को 8000 करोड़ से ज्यादा का दान दिया है। आरटीआई के मुताबिक 6 मई 2019 से लेकर 24 मई 2019 तक लोगों ने चुनावी बॉन्ड के जरिए 8000 करोड़ रुपए का दान किया। कॉरपोरेट्स जगत के लोगों ने चुनावी बॉन्ड्स के जरिए राजनीतिक दलों को ये दान दिया है।
क्या होता है चुनावी बॉन्ड
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने इलेक्टोरल बॉन्ड जारी किए हैं, जिसके जरिए आप राजनीतिक दलों को दान दे सकते हैं। एसबीआई की 29 शाखाओं में इस चुनावी बॉन्ड की सुविधा उपलब्ध है। एसबीआई की नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, गांधीनगर, चंडीगढ़, रांची और बेंगलुरु की शाखाओं में ये सुविधा उपलब्ध है। इस बॉन्ड को राजनीतिक चंदे को मिलने वाले चंदे में पारदर्शिता आने के मकसद से पेश किया गया है।
चुनावी बॉन्ड की शर्ते
चुनावी बॉन्ड को लेकर कुछ नियमों का पालन करना होता है। नियम के तहत एक व्यक्ति,समूह का एक कॉर्पोरेट हर महीने के पहले 10 दिनों के भीतर एसबीआई की निश्चित साखा में जाकर चुनावी बॉन्ड खरीद सकता है। ये चुनावी बॉन्ड 1000 रुपए, 10000 रुपए, 1 लाख रुपए, 10 लाख रुपए और 1 करोड़ रुपए के हैं। इन बॉन्ड को नकद में नहीं खरीदा जा सकता है। चुनावी बॉन्ड को खरीदने के लिए आपको बैंक में केवाईसी करवाना होगा। वहीं राजनीतिक दल एसबीआई के अपने खातों के जरिए बॉन्ड को भुना सकते हैं। एक खास बात ये है कि बॉन्ड खरीदने वाले शख्स को बॉन्ड खरीदते वक्त ये बताने की जरूरत नहीं है कि वो ये बॉन्ड किसके लिए खरीद रहा है।