Coronavirus: केजरीवाल सरकार वाली 50 की पाबंदी पर क्या बोले शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी ?
नई दिल्ली- दिल्ली सरकार ने सोमवार को कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए कहा है कि राजधानी में 50 लोगों के एक साथ जुटने पर बैन लगा रहेगा। बाद में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने अरविंद केजरीवाल की ओर से साफ किया गया कि ये पाबंदी हर तरह के प्रदर्शनों पर भी लागू होगा, चाहे वह तीन महीने से जारी शाहीन बाग वाला विवादित प्रदर्शन ही क्यों न हो। लेकिन, फिलहाल ऐसा लग नहीं रहा है कि शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी और उनके समर्थक केजरीवाल सरकार के बैन को जरा भी भाव देने के मूड में हैं। अब तक देखने वाली बात है कि कोरोना वायरस के प्रकोप को कम करने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बीच आ रही बाधाओं से दिल्ली सरकार कैसे निपटती है।
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बैन सब पर लागू होगा, प्रदर्शन पर भी- केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दो टूक दावा किया है कि कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए राजधानी में 50 लोगों के इकट्ठे होने पर पाबंदी रहेगी, चाहे वे शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी ही क्यों न हों। कोरोना वायरस को नियंत्रण में रखने के लिए अपनी सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल ने साफ किया 50 लोगों से ज्यादा लोगों के एक स्थान पर नहीं जुटने वाला फैसला सबके लिए है। उन्होंने शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि, 'यह सभी पर लागू होगा। चाहे यह प्रदर्शन हो या कुछ और, लोगों को इसका पालन करना ही पड़ेगा।' बता दें कि दिल्ली के सीएम ने सोमवार को कोरोना वायरस पर समीक्षा बैठक के बाद कहा कि 50 से ज्यादा लोगों को इकट्ठा होने की इजाजत नहीं दी जाएगी। साथ ही दिल्ली सरकार ने जिम, नाइट क्लब, स्पा को भी 31 मार्च तक बंद करने के आदेश दिए हैं। वहीं, थिएटर और साप्ताहिक बाजार भी 31 मार्च तक बंद रहेंगे। अलबत्ता शादी समारोहों को फिलहाल इस दायरे से बाहर रखा गया है।
अभी प्रदर्शन जारी रहेगा- प्रदर्शनकारी
लेकिन, शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों की ओर से कहा है कि सिनेमा हॉल और आईपीएल जैसे कार्यक्रमों पर बैन लगाने के सरकार के फैसले का तो वो सम्मान करते हैं, लेकिन उनका प्रदर्शन बंद नहीं होगा। शाहीन बाग प्रदर्शन के मीडिया को-ऑर्डिनेटर काजी एमाद के मुताबिक, 'लेकिन वो (सिनेमा घर और आईपीएल) सब एक तरह के मनोरंजन हैं, जबकि हमारा प्रदर्शन अस्तित्व की लड़ाई है। इनकी तुलना नहीं की जा सकती।' वहीं प्रदर्शनकारियों के लीगल टीम से जुड़े वकील अनवर सिद्दीकी का कहना है कि, 'हम प्रदर्शन को लेकर तब तक कोई फैसला नहीं करेंगे, जबतक हमें सुप्रीम कोर्ट ऐसा करने का निर्देश नहीं देता।'
शाहीन बाग पर क्या ऐक्शन लेगी केजरीवाल सरकार ?
बता दें कि दिल्ली में कोरोना वायरस के अब तक 7 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से दो स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं, जबकि पिछले हफ्ते 68 वर्षीय एक महिला की मौत हो चुकी है। दिल्ली सरकार ने पिछले हफ्ते 200 से ज्यादा लोगों की भीड़ पर बैन लगाया था और सिनेमा हॉल और स्कूल-कॉलेज 31 मार्च तक के लिए बंद करने के आदेश दिए थे। लेकिन, इस वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर नॉर्म्स और कड़े किए गए हैं। अब देखने वाली बात है कि केजरीवाल सरकार दिल्ली के शाहीन बाग में पिछले साल 15 दिसंबर से नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को कोरोना वायरस को देखते हुए हटाने के लिए क्या ऐक्शन लेती है?