Coronavirus update:दुनिया 10 करोड़ संक्रमण के करीब, नया स्ट्रेन बड़ी चुनौती
Coronavirus update:करीब एक साल पहले कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने की वजह से चीन में लाखों लोगों ने लॉकडाउन में बिताना शुरू कर दिया था, लेकिन तबतक दुनिया उसके कहर से ज्यादातर अनजान ही बनी रही। लेकिन, उसके बाद इसने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया और आने वाले महीने गुजारने मुश्किल हो गए। लेकिन, इसी दौरान दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने इस जानलेवा वायरस की काट के लिए वैक्सीन की तलाश भी शुरू की और रिकॉर्ड वक्त में उसके सफल नतीजे भी आने शुरू हो गए। आज की तारीख में विश्व में लाखों लोगों को इसकी वैक्सीन (Coronavirus vaccine) भी लग चुकी है। लेकिन, अब जब कोविड-19 का संक्रमण करीब 10 करोड़ तक पहुंचने वाला है, इस वायरस के नए वैरिएंट (variants) नई चुनौतियां खड़ी कर रही हैं।
भारत
में
काबू
में
संक्रमण
की
रफ्तार
भारत
में
कोरोना
का
पहला
मामला
30
जनवरी,2020
को
केरल
में
चीन
से
आए
शख्स
में
पता
चला
था।
आज
देश
में
संक्रमण
की
रफ्तार
काफी
हद
तक
काबू
में
है
और
कुल
मामले
एक
करोड़
6
लाख
के
आसपास
पहुंते
हैं।
यही
नहीं
भारत
ना
केवल
सबसे
से
तेजी
से
वैक्सीनेशन
करने
वाला
देश
बनकर
उभरा
है,बल्कि
सिर्फ
करीब
हफ्ते
भर
में
ही
16
लाख
से
ज्यादा
लोगों
को
इसकी
देश
में
निर्मित
डोज
लगाई
भी
जा
चुकी
है।
अमेरिका
में
2.5
करोड़
से
ज्यादा
पहुंचा
संक्रमण
लेकिन,
सिर्फ
भारत
के
अच्छे
आंकड़ों
से
खुश
होने
की
जरूरत
नहीं
है।
अमेरिका
में
संक्रमण
का
दौर
जारी
है
और
शनिवार
को
वहां
संक्रमण
के
मामले
2.5
करोड़
से
ज्यादा
हो
चुके
थे।
यानि
दुनिया
में
जितने
भी
संक्रमण
हुए
हैं,
उनमें
से
हर
चौथा
शख्स
अमेरिका
का
है।
आज
की
तारीख
में
अमेरिका
हर
13वां
व्यक्ति
कोविड
(Covid
19)
संक्रमित
हो
चुका
है।
शनिवार
तक
वहां
मौत
का
आंकड़ा
भी
4,14,000
से
पार
कर
चुका
था।
नया
वैरिएंट,
बड़ी
चुनौती
ऐसी
स्थिति
में
सबसे
ज्यादा
चुनौती
कोरोना
वायरस
के
नए
वैरिएंट
बन
रहे
हैं।
ऐसे
नए
स्ट्रेन
अबतक
ब्रिटेन,
दक्षिण
अफ्रीका,
ब्राजील
और
अमेरिका
में
भी
सामने
आ
चुके
हैं।
इस
सवाल
का
अभी
तक
ठोस
जवाब
आना
बाकी
है
कि
मौजूदा
वैक्सीन
कोविड-19
के
नए
वैरिएंट
पर
कितने
कारगर
साबित
होंगे।
इनमें
से
कुछ
तो
मूल
वायरस
से
कहीं
ज्यादा
संक्रामक
पाए
गए
हैं
और
उनके
बारे
में
वैज्ञानिक
अभी
तक
ज्यादा
जानकारी
भी
जुटा
नहीं
सके
हैं।
अमेरिकी
संस्था
सीडीसी
(CDC)ने
तो
यहां
तक
चेतावनी
दी
है
कि
ब्रिटेन
में
जो
नया
स्ट्रेन
कहर
ढा
रहा
है,
वह
मार्च
तक
अमेरिका
को
बुरी
तरह
अपनी
चपेट
में
ले
सकता
है।
शुक्रवार
को
ब्रिटिश
पीएम
बोरिस
जॉनसन
यहां
तक
चिंता
जता
चुके
हैं
कि
उनके
देश
में
मिला
सबसे
पहला
नया
वैरिएंट
ज्यादा
जानलेवा
भी
हो
सकता
है।