वसीम रिजवी बोले- मोदी सरकार को परेशान करने के लिए किया तब्लीगी जमात ने ये सब
नई दिल्ली। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में 13 से 15 मार्च के बीच हुए जलसे को शिया वक्फ बोर्ड चेयरमैन वसीम रिजवी ने एक सोची समझी साजिश कहा है। अपने बयानों से कई बार विवाद खड़ा कर चुके रिजवी ने कहा है कि तब्लीग से जुड़े लोगों की योजना कोरोना वायरस फैलाकर भारत पर 'फिदायीन' हमले की थी। रिजवी ने कहा कि जमातियों का इसके पीछे मकसद मोदी सरकार को परेशान और अस्थिर करने का था।
रिजवी ने आगे कहा, यह भी मुमकिन है कि इस साजिश में मलेशिया में रह रहा जाकिर नाईक भी शामिल हों। जिस तरह से मलेशिया के जमाती मिल रहे हैं, उससे जाकिर नाईक की साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता। वसीम रिजवी का आरोप है कि तब्लीगी जमात की साजिश हिंदुस्तान में एक लाख से ज्यादा लोगों को मारने की थी। मामले में जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
अस्पतालों के भीतर जमातियों पर दुर्व्यहवार के आरोपों पर रिजवी ने कहा, ये मेडिकल स्टाफ के साथ बदसलूकी कर रहे हैं ताकि मेडिकल बिरादरी को बदनाम किया जा सके और वे कोरोना के मरीजों का इलाज करना बंद कर दें।
बता दें कि निजामुद्दीन मरकज में हुए जलसे में शामिल होने वाले सैकड़ों लोगों में कोरोना का संक्रमण पाया गया है। जिसके बाद लगातार रिजवी इस पर बयान दे रहे हैं। इससे पहले रिजवू ने कहा था कि अगर जमात में शामिल लोगों की वजह से कोरोना वायरस फैलता है और किसी की भी मौत उस संक्रमण से होती है तो मौलाना मोहम्मद साद के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। वहाबी जमातियों को देखकर ऐसा लगता है कि उनका अल्लाह कोई और है, क्योंकि वह कहते हैं कि यह महामारी अल्लाह ने दी है और बंदों को इसके लिए अल्लाह से तौबा करनी चाहिए।
निजामुद्दीन मरकज: वसीम रिजवी का मौलाना साद पर बड़ा बयान