पोंजी घोटाले को लेकर CBI ने BJD विधायक के मारा छापा, कोरोना पॉजिटिव होने के चलते घर में थे आइसोलेट
नई दिल्ली। कोरोना वायरस पॉजिटिव सीनियर BJD विधायक और पूर्व मंत्री देबी प्रसाद मिश्रा पर 578 करोड़ के सीशोर चिट फंड घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता को लेकर केंद्रीय जांच ब्यूरो ने शुक्रवार को छापा मारा। सीबीआई ने इसके अलावा 8 अन्य ठिकानों पर भी छापा मारा है। जानकारी के मुताबिक सीबीआई देबी प्रसाद मिश्रा के घर करीब दो घंटे तक उनके घर में रही।
सीबीआई दलों ने कटक और भुवनेश्वर में मिश्रा के आवासों और उनके भाई विष्णु प्रसाद मिश्रा एवं पूर्व पर्यटन निदेशक रवि नारायण नंदा के आवासीय परिसरों एवं कंपनी के परिसरों पर छापेमारी की। एजेंसी ने महाराष्ट्र के ठाणे (पश्चिम) में स्वास्तिक इम्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक प्रशांत कुमार पटनायक के आवासों पर भी छापे मारे।
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने सीशोर ग्रुप ऑफ कंपनीज के खिलाफ सभी 23 मामलों को मिलाकर उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। सीबीआई ने घोटाले के संबंध में कई आरोप पत्र भी दायर किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि सु्प्रीम कोर्ट के आदेशानुसार "और बड़े षड्यंत्र" का पता लगाने के लिए आगे की जांच के तहत ये छापे मारे गए। सूत्रों ने बताया कि सीशोर ग्रुप को महानदी बोटिंग परियोजना दिए जाने के बाद से मिश्रा विवादों में घिर गए हैं। उस समय मिश्रा ओडिशा के पर्यटन मंत्री थे।
कोविड-19 से संक्रमित होने के कारण घर पर पृथक-वास में रह रहे मिश्रा ने कहा कि यह छापेमारी नहीं थी और अधिकारी केवल कुछ दस्तावेज चाहते थे। पूर्व पर्यटन मंत्री ने सीबीआई अधिकारियों के उनके आवास से बाहर जाने के बाद कहा, "उन्होंने मुझसे परियोजना के दस्तावेजों के बारे में पूछा और मैंने उन्हें बताया कि ये दस्तावेज मेरे पास नहीं, बल्कि विभाग में हैं।"
दिल्ली-एनसीआर सहित 5 प्राइवेट कंपनियों के 10 ठिकानों पर CBI की रेड