remdesivir नाम की दवा खाकर बहुत जल्दी ठीक हो रहे हैं Coronavirus के मरीज-रिपोर्ट
नई दिल्ली- कोरोना वायरस के इलाज को लेकर एक बहुत बड़ी रिपोर्ट सामने आई है। इसके मुताबिक रेमडेसिविर (remdesivir) नाम की एक एंटी वायरल दवा है, जिसने कई मरीजों को हफ्ते भर में स्वस्थ करके अस्पतालों से डिस्चार्ज करा दिया है। ये रिपोर्ट अमेरिका के स्वास्थ्य से जुड़ी एक न्यूज वेबसाइट के जरिए सामने आई है, जिसमें मरीजों को ये दवा देने वाली एक डॉक्टर और उसके कुछ सहयोगियों के बीच बातचीत के एक वीडियो के आधार पर यह दावा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक उस वीडियों में डॉक्टर अपनी सहयोगियों से कह रही है कि हमनें जितने मरीजों को यह दवा दी है, उनमें से ज्यादातर डिस्चार्ज हो चुके हैं, जबकि उनकी पहले हालत बहुत ही नाजुक हो चुकी थी। हालांकि, दवा बनाने वाली कंपनी और शिकागो यूनिवर्सिटी अभी और ट्रायल रिपोर्ट के सामने आने का इंतजार कर रहे हैं और सब कुछ ठीक रहा तो अप्रैल के अंत तक बहुत ही अच्छी खबर आ सकती है।
रेमडेसिविर से हो सकता है कोरोना वायरस का इलाज!
एक न्यूज रिपोर्ट में दावा किया है कि अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों पर रेमडेसिविर नाम की दवा का प्रयोग सफल हो रहा है। सीएनएन ने स्वास्थ्य से जुड़ी अमेरिकी न्यूज वेबसाइट STAT के हवाले से कहा है कि जिन मरीजों पर भी प्रायोगिक तौर पर इस दवा का इस्तेमाल किया गया है, वो जल्द ठीक होकर घर लौटे हैं। STAT न्यूज ने एक डॉक्टर को कोट कर कहा है कि जिन मरीजों में सांस से जुड़ी गंभीर परेशानी थी और बुखार था, वो इस दवा की मदद से एक हफ्ते के इलाज के बाद ही अस्पताल से छूट गए। इस दवा की क्लीनिकल ट्रायल की अगुवा और शिकागो यूनिवर्सिटी की संक्रमण रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कैथलीन मुल्लाने को एक वीडियो में कहते हुए सुनाया गया है, 'सबसे बढ़िया खबर ये है कि हमारे ज्यादातर मरीजों को पहले ही डिस्चार्ज किया जा चुका है, जो बहुत ही अच्छी बात है। अब हमारे पास सिर्फ दो ही मरीज बच गए हैं।'
ट्रायल के आधिकारिक रिपोर्ट का इंतजार
उस डॉक्टर ने अपने इस दावे पर तत्काल प्रतिक्रिया तो नहीं दी है, लेकिन शिकागो यूनिवर्सिटी ने बताया है कि जब ट्रायल के नतीजे आधिकारिक तौर पर घोषित कर दिए जाएंगे, तभी वह इसपर कोई टिप्पणी करेगा। बता दें कि कोविड-19 का अबतक कोई पुख्ता इलाज सामने नहीं आया है, लेकिन इसको लेकर दुनिया भर में ट्रायल चल रहे हैं और रेमडेसिविर से संबंधित प्रयोग भी उन्हीं में से एक है। बता दें कि रेमडेसिविर का जानवरों पर कई तरह का प्रयोग हो चुका है ये पाया गया है कि यह कोरोना वायरसों की रोकथाम और इलाज में सक्षम है, जिसमें SARS और MERS भी शामिल हैं। कोविड-19 कोरोना वायरस भी उन्हीं से जुड़ा हुआ है। पिछले फरवरी में विश्व स्वास्थ्य संगठन भी कह चुका है कि रेमडेसिविर ने कोविड-19 के खिलाफ अपनी क्षमता दिखाई है। उस वीडियो में डॉक्टर कैथलीन मुल्लाने अपनी सहयोगी से यह कहती हुई भी सुनी जा सकती हैं, 'हमारे ज्यादातर मरीजों की हालत गंभीर थी और उनमें से अधिकतर 6 दिनों में ही जा रहे हैं, इससे ये पता चलता है कि इलाज में 10 दिन भी नहीं लगने वाला।'
अप्रैल के अंत में आ सकती है खुशखबरी
इस दवा की कई और जगहों पर ट्रायल की जा रही है। रेमडेसिविर बनाने वाली कंपनी गिलीड साइंसेज कोविड-19 के गंभीर लक्षणों वाले मरीजों पर दुनिया भर के 152 जगहों और 2,400 मरीजों पर इसका ट्रायल करवा रही है। यही नहीं विश्व के 169 अस्पतालों में हल्के लक्षणों वाले 1,600 मरीजों पर भी इसका परीक्षण चल रहा है। कंपनी को भरोसा है कि अप्रैल के अंत तक इसके परिणाम आ जाएंगे। कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि 'कोविड-19 के इलाज के लिए हम तत्कालिक जरूरतों और एंटीवायरल दवा रेमडेसिविर पर परीक्षणों के परीणामों के बारे में जानने की इच्छा को समझते हैं।'
वन इंडिया की अपील
एक जिम्मेदार न्यूज वेबसाइट होने के नाते वनइंडिया की दुनिया के सभी लोगों से अपील है कि यह एक न्यूज रिपोर्ट है और इसमें बताई गई दवा बिना किसी डॉक्टर की सलाह पर लेने की गलती भूल कर भी न करें। क्योंकि, कोविड-19 एक ऐसी बीमारी है, जिसके लक्षणों से लेकर इलाज और रोकथाम तक को लेकर अभी दुनिया भर में अलग-अलग रिसर्च ही चल रहे हैं और जितने भी नतीजे आ रहे हैं, उसमें भी कई बार बहुत जल्दी बदलाव भी नजर आ जाते हैं।
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