भारत में कोरोना का बढ़ता प्रकोप, कम्यूनिटी ट्रांसमिशन से अधिक समय तक इनकार नहीं कर सकते राज्य
नई दिल्ली। भारत में प्रतिदिन सामने आ रहे कोरोना वायरस के नए मामलों की संख्या अब अमेरिका से भी आगे निकल चुकी है। भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले 14 लाख के पार पहुंच गए हैं। इससे ज्यादा परेशान करने वाली बात यह है कि अब देश में हर दो दिन में एक लाख मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि इस बीच कई राज्यों ने महामारी के सामुदायिक फैलाव से इनकार किया है लेकिन अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो कुछ और ही तस्वीर सामने आती है।
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दि इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले एक सप्ताह में कम से कम तीन राज्यों में कोरोना वायरस के सामुदायिक प्रसार के संकेत मिले हैं, इनमें केरल सबसे आगे है। एक बयान में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने खुद कहा था कि राज्य में कोरोना वायरस का सामुदायिक प्रसारण हो सकता है लेकिन ऐसे संकेत सिर्फ कुछ तटीय क्षेत्रों में मिले हैं। हाल ही में कोरोना मामलों में तेजी दर्ज करने वाले राज्य तेलंगाना सरकार ने भी कुछ दिनों पहले ऐसे ही संकेत दिए थे, हालांकि उन्होंने खुलकर इस बात को स्वीकार नहीं किया था।
केरल और तेलंगाना के बाद अब महाराष्ट्र के स्वास्थ्य सचिव ने भी कुछ ऐसे ही संकेत दिए हैं। एक इंटरव्यू में एक अधिकारी ने सामुदायिक प्रसारण से इनकार नहीं किया, लेकिन कहा कि यह तय करना राज्य सरकार के डोमेन में नहीं है। अधिकारी ने कहा कि इस बात की पुष्टि करना भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के दायरे में आता है, और हम सभी आईसीएमआर के दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं।
वहीं महामारी के अब तक सामुदायिक प्रसारण को स्वीकार ना करने की बात वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के लिए चौंकाने वाली है। विशेषज्ञों के मुताबिक भारत में बहुत पहले से ही कोरोना वायरस का सामुदायिक फैलाव शुरू हो चुका है। बता दें कि देश में कोरोना वायरस का कहर जारी है, देश में कोरोना के 48,661 मामले सामने आए, जबकि 705 मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी है देश में अब तक कोरोना के 13 लाख 85 हजार 522 कंफर्म केस हो चुके हैं, दुनिया भर में भारत कोरोना संक्रमण के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है।
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