Coronavirus के चलते लॉकडाउन के बीच आज पेश होगा दिल्ली का बजट
नई दिल्ली। कोरोना वासरस के प्रकोप के चलते दिल्ली के 7 जिले पूरी तरह लॉकडाउन हैं। आज सुबह 6 बजे से लॉकडाउन शुरू हो गया है जो 31 मार्च तक चलेगा। इस दौरान तमाम चीजों पर पाबंदी रहेगी। लेकिन इस लॉकडाउन में भी दिल्ली को चलाने के लिए जरूरी दिल्ली का बजट आज ही पेश किया जाएगा। हालांकि पहले इसकी तारीख 27 मार्च थी लेकिन कोरोना के कहर के चलते इसकी तारीख 23 मार्च कर दी गई है। बजट सत्र का समय भी घटा दिया गया है। दो बजे बजट सत्र शुरू होगा और साढ़े तीन बजे इसका समापन हो जाएगा। बजट पेश किए जाने से पहले आर्थिक सर्वेक्षण और आउटकम बजट की रिपोर्ट उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सदन में रखेंगे।
पिछली बार दिल्ली का बजट 60 हजार करोड़ का था, जो इस बार बढ़ककर 63 हजार करोड़ से ज्यादा होने की उम्मीद है। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की जनता से जिन 10 गारंटी को पूरा करने का वादा किया था, बजट में उन गारंटियों के लिए अलग से प्रावधान किया जाएगा। वहीं दिल्ली में चौथे फेज के तहत निर्माण कार्य की गति तेज करने के लिए बजट में आवंटन हो सकता है। सदन में रखे गए बजट पर सरकार कोई चर्चा नहीं कराएगी। कोई प्रश्नकाल भी नहीं होगा।
जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक सबसे बड़ी राशि बिजली सब्सिडी के लिए करीब 2800 करोड़, 20 हजार लीटर तक फ्री पानी के लिए 400 करोड़, बस में महिलाओं व छात्रों की फ्री यात्रा के लिए 600 करोड़ रुपए से अधिक, ई व्हीकल पर सब्सिडी के लिए 40-50 करोड़ रुपए, डीटीसी और क्लस्टर बस के परिचालन में प्रति किमी होने वाले घाटे की भरपाई के लिए करीब 3000 करोड़ रुपए रखने जाने की उम्मीद है। वहीं बसों की खरीद के लिए भी इस बार बड़ी राशि रखी जाएगी। सालों से लंबित बस क्यू शेल्टर और बसों में सीसीटीवी कैमरा के लिए 400 करोड़ रुपए के अलावा मोहल्ला मार्शल और बुजुर्गों की तीर्थ यात्रा के लिए भी बड़ी राशि बजट में रखी जाएगी।
Recommended Video
बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच पूरी दिल्ली को लॉकडाउन कर दिया गया है। आज सुबह 6 बजे से 31 मार्च रात 12 बजे तक दिल्ली में मेट्रो, अंतर्राज्यीय बसों समेत अंतरराष्ट्रीय व घरेलू यातायात सेवाएं ठप कर दी गई हैं। आपात स्थिति के लिए डीटीसी की सिर्फ 25 फीसदी बसें सड़कों पर रहेंगी। दिल्ली के सभी बार्डर भी सील कर दिए गए हैं। दवा की दुकानें, फल-सब्जी की दुकान और मिल्क प्लांट के अलावा सभी तरह की दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और फैक्टरी बंद रहेंगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि हालात का जायजा लेकर 31 मार्च के बाद अगला फैसला किया जाएगा।