Coronavirus:दिल्ली में सिर्फ 3 दिन लायक बची निजी सुरक्षा किट, 50,000 और किट की मांग
नई दिल्ली- दिल्ली में शनिवार तक सिर्फ 7 हजार से 8 हजार निजी सुरक्षा उपकरण(PPE) किट ही बच गए थे। ये जानकारी प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दी। उन्होंने कहा कि इतने किट से सिर्फ दो से तीन का काम चलेगा, इसलिए राज्य सरकार ने केंद्र से 50,000 किट की फौरन उपलब्ध कराने की मांग की है।
कोरोना वायरस के संक्रमण के खिलाफ अगली कतार में लड़ाई लड़ रहे सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा सबसे अहम है और उनकी सुरक्षा निजी सुरक्षा उपकरणों (पीपीई किटों) पर ही निर्भर है। इसमें हर किट में एक सर्जन गाउन, फेस मास्क, ग्लोव्स, आंख को ढकने वाली सेफ्टी गार्ड, एक हुड कैप और शू कवर शामिल होता है। ये सुरक्षा किट कोरोना वायरस संक्रमित लोगों के इलाज में जुटे लोगों को खुद अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बहुत ही महत्मपूर्ण है। बता दें कि महाराष्ट्र और केरल के बाद दिल्ली में इस वक्त देश के सबसे ज्यादा संक्रमित केस पाए जा चुके हैं और ऐसे समय में सुरक्षाकर्मियों की सेहत से किसी भी तरह का खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री जैन के मुताबिक, 'स्थानीय स्तर पर वह बहुत ज्यादा किट नहीं जुटा सकते इसलिए केंद्र सरकार से इसे तत्काल उपलब्ध कराने की मांग की है।' सेफ्टी किट की किल्लत की बात खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी उठा चुके हैं। उन्होंने कहा है कि तबलीगी जमात की वजह से कोविड-19 के मरीजों की संख्या में बहुत ज्यादा इजाफा हो गया है।
बता दें कि दिल्ली में रविवार सुबह तक 445 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं, जिनमें से 6 की मौत हो चुकी है। जबकि, रविवार सुबह तक देश में कोरोना मरीजों की संख्या 3,374 हो चुकी है। इनमें से 77 लोगों की मौत हो चुकी है। एक बड़ी चिंता ये है कि इस आंकड़े में 302 मामलों का इजाफा महज 12 घंटे में हुआ है।
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