क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

Covid-19: 10 राज्यों में बढ़ रहे कोरोना मामलों के पीछे SARS-CoV-2 म्यूटेशन नहीं, ये है वजह

Google Oneindia News

नई दिल्ली: देश में कोरोना वैक्सीनेशन का काम युद्धस्तर पर जारी है। अब तक 1.30 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना की डोज लगाई जा चुकी है। इन सब के बीच पिछले एक हफ्ते से देश के 10 राज्यों में लगातार बढ़ रहे कोरोना के नए मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। विशेष रूप से महाराष्ट्र, पंजाब, केरल, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु में इस बात की चिंता बढ़ रही है कि नए कोरोना मामलों में उछाल SARS-CoV-2 के नए वेरिएंट से जुड़ा है या नहीं।

Recommended Video

Coronavirus in India Update: 24 घंटे में 16,488 नए केस दर्ज, 113 लोगों की मौत | वनइंडिया हिंदी
CORONA

मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना मामलों आई तेजी का कारण म्यूटेशन से ज्यादा सुपर स्प्रेडर की घटनाएं हो सकती है। कर्नाटक सरकार के SARS-CoV-2 के जीनोमिक कंफर्मेश के लिए NIMHAN में न्यूरोबायोलॉजी के रिटायर प्रोफेसर डॉ. वी रवि के मुताबिक महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों के पीछे कोरोना का नया स्ट्रेन है इसके कोई सबूत नहीं है। मगर सुपर स्प्रेडिंग घटनाओं से इसको ट्रिगर किया जा सकता है, जिसके कारण कम्यूनिटी स्प्रेड हुआ है और टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रेसिंग की कमी देखी जा रही है।

उनके मुताबिक वायरस हर समय म्यूटेट (वायरस के जेनेटिक मटेरियल में बदलाव होना) होते हैं और अधिक ऐसे वायरस के लिए होते हैं जिनमें आरएनए उनके कोरोनो वायरस जैसे आनुवंशिक (जेनेटिक) पदार्थ के रूप में होते हैं। अधिकांश म्यूटेशन इतने छोटे होते हैं कि वे वायरस को प्रभावित नहीं करते हैं।

कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर 31 मार्च तक बढ़ाया गया अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंधकोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर 31 मार्च तक बढ़ाया गया अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध

कुछ मामलों में म्यूटेशन वायरस को इम्यून सिस्टम को चकमा देने, लोगों को संक्रमित करने और दोबारा फैलने की क्षमता हासिल करने में मदद करता है। उदाहरण के लिए SARS-CoV-2 वायरस महीने में एक या दो म्यूटेशन करता है। यह एचआईवी और इन्फ्लूएंजा जैसे अन्य वायरस की तुलना में सामान्य और बहुत कम है। जितना अधिक वायरस प्रसारित होता है, उतना ही इसके उत्परिवर्तन (म्यूटेशन) की संभावना होती है। सामूहिक टीकाकरण के साथ चेहरे पर मास्क, हाथ की सफाई, सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) जैसे उपाय वायरस को फैलाने की गुंजाइश को कम करने में मदद करेंगे।

महाराष्ट्र: नागपुर में कोरोना का कहर जारी, स्कूल-कॉलेज बंद, सप्ताह में दो दिन रहेगा लॉकडाउनमहाराष्ट्र: नागपुर में कोरोना का कहर जारी, स्कूल-कॉलेज बंद, सप्ताह में दो दिन रहेगा लॉकडाउन

SAR-CoV-2 वायरस के दो नए वेरिएंट N440K और E484Q महाराष्ट्र और कुछ अन्य राज्यों में पाए गए हैं। सरकार ने पहले स्पष्ट किया था कि महाराष्ट्र में कोविड -19 मामलों की वर्तमान स्थिति को इन दो वेरिएंट के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। ICMR ने आगे बताया है कि इन दो वायरस वेरिएंट का अन्य देशों में भी पता लगाया गया है। भारत के कुछ राज्यों में पहले पाए गए हैं। मार्च और जुलाई 2020 तक महाराष्ट्र में E484Q स्ट्रेन का पता चला था। तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और असम में मई और सितंबर 2020 के बीच 13 अलग-अलग मौकों पर N440K म्यूटे की सूचना मिली। आईसीएमआर ने कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है।

Comments
English summary
Coronavirus new-cases in maharashtra super spreader events not mutations
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X