लॉकडाउन में टेलीकॉम कंपनियों की बढ़ाई परेशानी, नेटफ्लिक्स और फेसबुक ने लिया बड़ा फैसला
नई दिल्ली। वीडियो स्ट्रीमिंग कंपनी नेटफ्लिक्स और सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने मंगलवार को कहा कि वह भारत में सेवा की गुणवत्ता बनाए रखते हुए दूरसंचार नेटवर्क पर ट्रैफिक को 25 प्रतिशत तक कम करेगा। कोरोना वायरस महामारी के बीच नेटवर्क पर उपयोगकर्ताओं की भारी भीड़ के चलते कंपनी ये कदम उठाया है। अमेज़न प्राइम, यूट्यूब जैसी वीडियो कंपनियां भी दूरसंचार नेटवर्क के बुनियादी ढांचे पर दबाव को कम करने के लिए अस्थायी रूप से बिट दर कम कर दी है।
नेटफ्लिक्स के उपाध्यक्ष (कंटेंट डिलीवरी) केन फ्लोरेंस ने एक ईमेल बयान में कहा, 'संकट को देखते हुए हमने अपनी सेवा की गुणवत्ता बनाए रखते हुए दूरसंचार नेटवर्क पर नेटफ्लिक्स के ट्रैफिक को 25 प्रतिशत कम करने का एक तरीका विकसित किया है। इसलिए उपभोक्ताओं को उनके प्लान के साथ आने वाली गुणवत्ता मिलती रहेगी। बता दें कि कंपनी यूरोप में इसी तरह के उपाय कर चुकी है। वैश्विक स्तर पर कंपनी के 167 मिलियन से ज्यादा यूजर्स हैं।
फेसबुक ने कहा कि वह भारत में फेसबुक और इंस्टाग्राम पर वीडियो के लिए अस्थायी रूप से बिट दर कम करेगा और तस्वीर की गुणवत्ता में कटौती करेगा। बता दें कि, भारत कंपनी का सबसे बड़ा बाजार है। वहीं अमेजन प्राइम वीडियो के प्रवक्ता के मुताबिक, कोरोना वायरस के वजह से कई लोग पूरे समय घर में हैं। ऐसे में हम दूरसंचार कंपनियों का समर्थन करते हैं ताकि वह इंटरनेट की बढ़ी मांग का ठीक से प्रबंधन सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने कहा कि कंपनी ने भारत में अपने वीडियो स्ट्रीमिंग की बिटरेट कम करने का काम शुरू कर दिया है।
बता दें कोरोना वायरस के चलते दूरसंचार सेवाप्रदाताओं के संगठन सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) ने सरकार को पत्र लिखकर नेटफ्लिक्स और अमेज़न प्राइम वीडियो जैसे प्लैटफॉर्म को बिटरेट कम करने के निर्देश देने की मांग की थी. ताकि मौजूदा समय में 'अहम कामों' को जारी रखने के लिए नेटवर्क के बुनियादी ढांचे पर दबाव को कम किया जा सके।
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