कोरोना से जंग: भारत ने 10 लाख से ज्यादा टेस्ट किए पूरे, देखिए इस स्टेज में 5 बड़े मुल्क कहां थे
नई दिल्ली- कोरोना वायरस के खिलाफ देश में जारी जंग को लेकर ये एक बहुत बड़ी राहत की खबर है। कोरोना वायरस के 10 लाख से ज्यादा टेस्ट पूरे करने के बाद भारत में संक्रमित मरीजों की संख्या दुनिया में सबसे कम है। बता दें कि देश में इस वक्त रोजाना 75,000 के करीब टेस्ट हो रहे हैं, जिसे इस महीने के अंत तक एक लाख टेस्टिंग रोजाना तक ले जाने की कोशिश चल रही है। भारत 75 हजार टेस्टिंग प्रतिदिन की क्षमता महज 40 दिन के लॉकडाउन में हासिल किए हैं। क्योंकि, लॉकडाउन की शुरुआत में भारत के पास कोविड-19 की टेस्टिंग की ज्यादा सुविधा नहीं थी, लेकिन आज देश में 419 लैब दिन-रात काम कर रहे हैं, इसलिए अब ज्यादा से ज्यादा टेस्ट होना संभव रहा है।
विकसित देशों की तुलना में देश में बहुत कम केस
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने रविवार सुबह जो आंकड़े जारी किए हैं, उसके मुताबिक भारत ने अब तक 10,46,450 सैंपलों का कोरोना वायरस टेस्ट कर लिया है। इतने टेस्ट के बाद भारत में कोरोना वायरस के कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 39,980 पाई गई है। लेकिन, अगर इन आंकड़ों को अगर दुनिया के कुछ विकसित देशों में हुए टेस्ट से तुलना करें तो भारत में संक्रमितों की तादाद सबसे कम है, जो बहुत ही राहत देने वाली बात है। बता दें कि भारत में अबतक नोवल कोरोना वायरस से जितने मरीज संक्रमित हुए हैं, उनमें से 1301 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 10,632 लोग ठीक होकर अस्पतालों से छुट्टी पा चुके हैं। इसके अलावा देश में अभी सिर्फ 28,046 ऐक्टिव केस हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
भारत इन 5 बड़े मुल्कों से आगे
भारत के लिए राहत की बात ये है कि इसकी तुलना में जब स्पेन में 10 लाख टेस्ट पूरे हुए थे, तब वहां संक्रमितों के कुल मामले वहां 2,00,194 थे, जबकि इतने टेस्ट में अमेरिका में हुए थे तो वहां कुल 1,64,620 केस हो चुके थे। इसी तरह 10 लाख टेस्ट के बाद इटली में इंफेक्टेड लोगों की संख्या 1,52,271 हो चुकी थी और तुर्की में यह संख्या 1,17,589 थी। अलबत्ता पांचों देशों में जर्मनी में 10 लाख टेस्ट के बाद संक्रमितों की तादाद सबसे कम यानि 73,522 थी, लेकिन यह संख्या भी भारत से लगभग दो गुनी थी। बता दें कि अभी तक दुनिया में कुछ चुनिंदा देश ही हैं जो 10 लाख टेस्टिंग कर सके हैं, जिनमें भारत भी एक है।
सिर्फ 40 दिन में हासिल हुई इतनी बड़ी कामयाबी
बता दें कि भारत ने शनिवार को ही 10 लाख टेस्टिंग की संख्या पूरी कर ली थी। इस वक्त देश में रोजाना 75,000 टेस्ट हो रहे हैं और इसके लिए पूरे देश में 419 लैब काम कर रहे हैं। बता दें कि भारत में लॉकडाउन शुरू होने से पहले न तो इतने लैब थे और न ही इतनी टेस्ट ही हो पा रही थी। लेकिन, पिछले 40 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन में भारत ने इस क्षेत्र में अपना इंफ्रास्ट्रक्चर काफी मजबूत कर लिया है। इस दौरान देश की 14 मुख्य मेडिकल संस्थाएं जैसे कि एम्स, पीजीआई चंडीगढ़, सीएमसी वेल्लोर, जेआईपीएमईआर पुडुचेरी, एसजीपीआईएमएस लखनऊ, एम्स भुवनेश्वर आदि ने देशभर के मेडिकल कॉलेजों, अस्पतालों और लैब्स को टेस्ट करने लायक ट्रेंड करके सक्षम बनाया है। इनके अलावा देशभर में फैली 15 संस्थाएं सिर्फ टेस्टिंग किट और उससे जुड़े सामान लैब्स तक पहुंचाने का काम संभाल रही हैं।
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