कोरोना वायरस: हॉटस्पॉट ज़ोन में रहते हैं तो ये जानना ज़रूरी है
कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. इस बीच बुधवार को दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सरकारों ने उन इलाक़ों को चिन्हित किया है जहां कोरोना संक्रमण के मामले ज़्यादा हैं और उन्हें हॉटस्पॉट घोषित करके सील करने के आदेश दिए हैं. दिल्ली सरकार ने 20 इलाकों को बुधवार रात 12 बजे से सील कर दिया है. वहीं, उत्तर प्रदेश के 15 ज़िलों में
कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. इस बीच बुधवार को दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सरकारों ने उन इलाक़ों को चिन्हित किया है जहां कोरोना संक्रमण के मामले ज़्यादा हैं और उन्हें हॉटस्पॉट घोषित करके सील करने के आदेश दिए हैं.
दिल्ली सरकार ने 20 इलाकों को बुधवार रात 12 बजे से सील कर दिया है. वहीं, उत्तर प्रदेश के 15 ज़िलों में 104 हॉटस्पॉट यानी सबसे संवेदनशील इलाक़ों का चयन किया गया है और उन्हें पूरी तरह सील कर दिया गया है.
इसके साथ ही दिल्ली और यूपी में सभी के लिए मास्क पहनना भी ज़रूरी कर दिया गया है. जो लोग मास्क नहीं पहनेंगे उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी.
फ़िलहाल यह आदेश 15 अप्रैल की सुबह तक लागू रहेगा.
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को कहा कि दिल्ली में जिन 20 इलाक़ों को सील किया गया है सरकार ये सुनिश्चित करेगी कि इन इलाक़ों तक ज़रूरी सामान पहुंचता रहे.
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा कि हॉटस्पॉट घोषित कर सील किए गए इलाक़ों में 100 फ़ीसदी होम डिलिवरी सुनिश्चित की जाएगी.
उन्होंने कहा, ''स्वास्थ्य सेवाओं अलावा सारी सेवाएं बंद रहेंगी. कोरोना संक्रमित मरीज़ों की संख्या बढ़ी है. कम्युनिटी ट्रांसमिशन न हो इसलिए यह क़दम उठाया गया है.''
लॉकडाउन से कैसे अलग है ये फ़ैसला?
लॉकडाउन के दौरान लोगों से घरों में रहने की अपील की गई है और इस दौरान सिर्फ़ ज़रूरी सेवाओं जैसे स्वास्थ्य और खाने-पीने की चीज़ों से जुड़ी दुकानें खोलने के ही आदेश हैं. लेकिन जिन इलाक़ों को हॉटस्पॉट चिन्हित कर सील किया गया है वहां अब सिर्फ़ स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े संस्थान ही खुलेंगे. इसके अलावा सिर्फ़ डिलिवरी सर्विस से जुड़े लोगों को ही बाहर निकलने की अनुमति होगी.
- हॉटस्पॉट घोषित किए गए जिन इलाक़ों को सील किया गया है वहां लोगों के घर से बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी.
- ज़रूरी चीज़ों की डिलिवरी घर में ही होगी. लोग ज़रूरी सामान और दवाएं ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं.
- सरकार ने एक कॉल सेंटर स्थापित किया है जहां फ़ोन करके लोग ज़रूरी चीज़ों का ऑर्डर दे सकते हैं.
- इन सभी जगहों पर जिन लोगों को लॉकडाउन के दौरान कर्फ़्यू पास जारी किए गए हैं उनकी समीक्षा की जाएगी और गैर-ज़रूरी पास रद्द किए जाएंगे.
- सब्जी और फलों के बाज़ार जहां लोगों की भीड़ जुटने की संभावना है वो भी बंद रहेंगे.
- इलाक़े से बाहर आने-जाने की अनुमित सिर्फ़ ज़रूरी सेवाओं में लगे लोगों और मीडिया से जुड़े लोगों के लिए ही होगी.
यूपी में कहां-कहां है ज़्यादा सख़्ती?
उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा 22 हॉटस्पॉट आगरा में चिन्हित किए गए हैं जबकि ग़ाज़ियाबाद में 13, गौतमबुद्ध नगर में 12, कानपुर में 12 और वाराणसी में 4 हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं.
इसके साथ ही शामली में 3, मेरठ में 7, बरेली में 1, बुलंदशहर में 3, बस्ती में 3, फ़िरोज़ाबाद में 3, सहारनपुर में 4, महाराजगंज में 4, सीतापुर में 1 और लखनऊ में 8 बड़े और 5 छोटे हॉटस्पॉट चुने गए हैं. इन इलाक़ों को सील किए जाने की ख़बर आने पर लोगों में अफ़रातफ़री मच गई और सामान खरीदने के लिए लोग दुकानों में जमा होने लगे. कुछ जगहों पर पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा.
नोएडा अथॉरिटी की सीईओ रितु माहेश्वरी ने एक वीडियो संदेश जारी करके लोगों से अपील की है कि वो घबराएं नहीं, ज़रूरत का सारा सामान घर तक पहुंचाया जाएगा.
उन्होंने कहा, ''जितनी भी ज़रूरी चीज़ें हैं फल, सब्जी, किराना का सामान और दवाओं की डिलिवरी नोएडा अथॉरिटी वैध वेंडर के ज़रिए घरों में करवाएगी. यह फ़ैसला लोगों के हित में ही लिया गया है. नोएडा में 24 घंटे के कॉल सेंटर शुरू किए गए हैं जहां कॉल करके लोग सामान मंगा सकते हैं. हॉटस्पॉट की वजह से सील किए गए इलाकों में वेंडर चिन्हित किए जा रहे हैं जो घर-घर सामान पहुंचाएंगे.''