कोरोना इफेक्ट: 27.1 फीसदी हुई बेरोजगारी दर, अप्रैल में छिना 9 करोड़ लोगों का रोजगार
नई दिल्ली। कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण न केवल देश की अर्थव्यवस्था बल्कि रोजगार भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) के अनुसार, मई में देश की बेरोजगारी दर बढ़कर 27.1 फीसदी हो गई है। कोविड-19 संकट के कारण देश की बेरोजगारी दर तीन मई को सप्ताह के दौरान बढ़कर 27.1 फीसदी हो गई। अकेले अप्रैल महीने में ही 9 करोड़ लोगों को अपना रोजगार गंवाना पड़ा है।
मार्च के मध्य में महामारी के तेजी पकड़ने के वक्त ये दर 7 फीसदी से कम थी। मुंबई स्थित थिंक टैंक ने कहा कि बेरोजगारी की दर शहरी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा 29.22 फीसदी रही है। ये ऐसे स्थान हैं, जहां कोविड-19 संक्रमण के सबसे अधिक प्रभावित इलाके यानी रेड जोन हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो यहां बेरोजगारी दर 26.69 फीसदी है। देश में लॉकडाउन लगने के बाद से ही विशलेषकों ने बेरोजगारी को लेकर चेतावनी दी थी। लॉकडाउन के चलते न केवल आर्थिक गतिविधियां ठहर गईं, बल्कि मुंबई, दिल्ली जैसे बड़े शहरों से मजदूरों ने भी बड़ी संख्या में पलायन किया।
सीएमआई ने कहा कि साप्ताहिक श्रृंख्ला के आंकड़ों के अनुसार, भारत में जब से कोविड-19 की शुरुआत हुई है, तभी से बोरजगारी में वृद्धि हो रही है। ये 29 मार्च को सप्ताह के दौरान जहां 23.81 फीसदी थी, वहीं अप्रैल में मासिक बेरोजगारी की दर 23.52 फीसदी पर पहुंच गई।
बेरोजगारी की दर को अगर अलग-अलग स्थानों के हिसाब से देखें तो अप्रैल के अंत में दक्षिण भारत के पुडुचेरी में सबसे अधिक 75.8 फीसदी, तमिलनाडु में 49.8 फीसदी, झारखंड में 47.1 फीसदी, बिहार में 46.6 फीसदी, महाराष्ट्र में 20.9 फीसदी, हरियाणा में 43.2 फीसदी, उत्तर प्रदेश में 21.5 फीसदी और कर्नाटक में 29.8 फीसदी थी। इसके अलावा पहाड़ी राज्यों में बेरोजगारी दर काफी कम रही है। यहां हिमाचल प्रदेश में ये दर 2.2 फीसदी, सिक्किम में 2.3 फीसदी और उत्तराखंड में 6.5 फीसदी रही।
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