हीरो जैसा काम: Hero MotoCorp देश को देगी 60 बाइक मोबाइल एंबुलेंस
नई दिल्ली। भारत में प्रतिदिन कोरोना वायरस के बढ़ते मामले केंद्र और राज्य सरकारों की चिंता बढ़ा रहे हैं। इसी बीच दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने कोरोना संकट में सरकार की मदद के लिए एक और ऐलान किया है। मंगलवार को हीरो मोटोकॉर्प ने COVID-19 राहत प्रयासों के तहत देशभर की संस्थाओं को 60 बाइक मोबाइल एंबुलेंस देने का वादा किया है।
60 बाइक मोबाइल एंबुलेंस देगा हीरो
गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस के मामले 11 हजार के पार जा चुके हैं वहीं, 300 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। कोरोना वायरस से निपटने के लिए देशभर के उद्योगपतियों ने पीएम केयर्स फंड में आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। इसी दिशा में अब हीरो मोटोकॉर्प भी आगे आया है। कंपनी ने कोरोना मरीजों को लाने और ले जाने के लिए 60 बाइक मोबाइल एंबुलेंस दान में देने का वादा किया है।
हीरो की मोटरसाइकिल में फिट है एंबुलेंस
हीरो मोटोकॉर्प ने एक बयान में कहा, मोबाइल एंबुलेंस ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में मरीजों तक पहुंचने और आराम से उन्हें नजदीकी अस्पतालों में ले जाने के लिए उपयोगी होगी। इस एंबुलेंस को इस तरह डिजाइन किया गया है जिसमें मरीज को आराम से अस्पताल पहुंचाया जा सकता है। एंबुलेंस को कस्टम बनाया गया है जिसे हीरो की मोटरसाइकिल में फिट किया जा सकता है। इसके इंजन की क्षमता 150cc और इससे अधिक है।
आवश्यक चिकित्सा उपकरणों से लैस
हीरो मोटोकॉर्प द्वारा बनाई गई इस बाइक एंबुलेंस में प्राथमिक चिकित्सा किट, ऑक्सीजन सिलेंडर, आग बुझाने की मशीन और सायरन जैसे आवश्यक चिकित्सा उपकरण मौजूद हैं। इस एंबुलेंस में एक मरीज के सोने की व्यवस्था भी की गई है। कंपनी ने बताया कि यह यह मोबाइल एंबुलेंस देश के कई क्षेत्रों में कोरोना वायरस के लिए काम कर रही संस्थाओं को सौंपी जाएंगी।
हीरो ग्रुप ने कोरोना संकट में दान दिए 100 करोड़
बता दें कि हीरो ग्रुप पहले ही कोरोना वायरस से लड़ाई में पीएम मोदी के PM-CARES फंड में 50 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद कर चुका है। इसके अलावा 50 करोड़ रुपये COVID-19 राहत प्रयासों के लिए खर्च किया जा रहा है। इसके अलावा हरियाणा के धारूहेड़ा में हीरो ग्रुप द्वारा संचालित बीएमएल मुंजाल विश्वविद्यालय ने कोरोना मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड और इलाज के लिए 2,000 बिस्तर वाले हॉस्टल को देने की भी पेशकश की है।
यह भी पढ़ें: सबसे अधिक पढ़े-लिखे राज्य में कोरोना से ठीक हुए मरीजों की दर सबसे ज्यादा