Coronavirus: कालाबाजारी पर सख्त हुई सरकार, तय की सैनिटाइजर और मास्क की कीमतें
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 250 के पार पहुंच गया है। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के बीच देश में मास्क और हैंड सैनिटाइजर की डिमांड काफी बढ़ गई है। डिमांड बढ़ने के कारण इसकी कालाबाजारी भी शुरू हो गई है। मास्क और हैंड सैनिटाइजर कई गुनी अधिक कीमत में मिल रहे हैं, जिसे देखते हुए केंद्र सरकार ने मास्क और हैंड सैनिटाइजर की कीमत तय कर दी है।
सरकार ने कालाबाजारी रोकने के लिए उठाया कदम
उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया, 'कोरोना वायरस के फैलने के बाद से बाजार में विभिन्न फेस मास्क, इसके निर्माण में लगने वाली सामग्री और हैंड सेनिटाइजर की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि देखी गई है। सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए इनकी कीमतें तय कर दी हैं। आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत 2 और 3 प्लाई मास्क में इस्तेमाल होने वाले फैब्रिक की कीमत वही रहेगी जो 12 फरवरी 2020 को थी।'
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मास्क और हैंड सैनिटाइजर की कीमतें तय
एक अन्य ट्वीट में रामविलास पासवान ने बताया, '2 प्लाई मास्क की खुदरा कीमत 8 रु./मास्क और 3 प्लाई की कीमत 10 रु./मास्क से अधिक नहीं होगी। हैंड सेनिटाइजर की 200 ML बोतल की खुदरा कीमत 100 रु. से अधिक नहीं होगी। अन्य आकार की बोतलों की कीमत भी इसी अनुपात में रहेंगी। ये कीमतें 30 जून 2020 तक पूरे देश में लागू रहेंगी।' पिछले दिनों मास्क और हैंड सैनिटाइजर को जरूरी उत्पादों की लिस्ट में शामिल किया गया था। मास्क की डिमांड बढ़ने के बाद 150 रुपए वाला N95 मास्क 500 रुपए तक में बिक रहा है।
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बढ़ रहे हैं कोरोना वायरस के मामले
भारत सहित पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। इसके खतरे से निपटने के लिए सरकार ने लोगों को कोरोना वायरस से जुड़े जरूरी सुझाव देने और उनतक मदद पहुंचाने के लिए हेल्प डेस्क बनाया है। इसके साथ ही सरकार की ओर से एक व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया गया है। हेल्प डेस्क के जरिए लोग 24 घंटे जानकारी और मदद प्राप्त कर सकते हैं। स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय सहित सभी तरह की सार्वजनिक जगहों को बंद करने का निर्देश दिया गया है। लोगों को बचाव के सभी उपाय अपनाने के लिए जागरुक भी किया जा रहा है।