कोरोना वायरस: असम में लॉकडाउन को लेकर वायरल हो रहा फर्जी मैसेज, सीएम ने दी सफाई
कोरोना वायरस: असम सरकार के नाम से वायरल हो रहा फेक मैसेज, सीएम ने दी सफाई
नई दिल्ली। देश में एक तरफ कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं तो वहीं इससे जुड़ी जानकारी के नाम पर फर्जी मैसेज भी लगातार वायरल हो रहे हैं। लॉकडाउन और कोरोना के इलाज को लेकर सोशल मीडिया पर कई फेक मैसेज भेजे जा रहे हैं। असम में लॉकडाउन को लेकर एक मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें कई बातें लिखी गई हैं। असम के सीएम ऑफिस की ओर से बताया गया है कि ये मैसेज पूरी तरह से गलत है।
व्हाट्सएप, फेसबुक पर असम सरकार के नाम से जो मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें कहा गया है कि असम में लॉकडाउन कर दिया गया है। इसमें कहा गया है कि दिहाड़ी मजदूरों को एक महीन चावल मुफ्त दिए जाएंगे। चावल के साथ-साथ हर परिवार को 1500 रुपए मकद देगी। कहीं भी एक साथ चार लोग इकट्ठा नहीं हो सकते हैं।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने ट्वीट कर कहा है कि यह वायरल मैसेज गलत है। उन्होंने लिखा, हमने व्हाट्सएप पर फैलाया जा रहा एक मैसेज एक मैसेज देखा है, जो पूरी तरह से निराधार है। अगर सरकार इस तरह का कोई निर्णय लेगी तो हम सभी को बताएंगे। सभी से अनुरोध है कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में गलत जानकारी ना फैलाएं।
बता दें कि देश में कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। सोमवार को भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़कर 415 हो गई है। वहीं सात लोगों की मौत इस वायरस से अब तक हुई है। पंजाब में कर्फ्यू लगा दिया गया है तो देश के एक बड़े हिस्से में लॉकडाउन है।
देशभर के उन 75 जिलों को 31 मार्च तक लॉकडाउन करने के निर्देश दिए गए हैं जहां कोरोना वायरस संक्रमण के पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। राजधानी दिल्ली को 23 मार्च को सुबह छह बजे से 31 मार्च की आधी रात तक के लिए पूरी तरह लॉकडाउन लागू कर दिया गया है।
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