Coronavirus: क्या सरकार की ये चूक बनी देश में कोरोनावायरस फैलने की वजह!
Coronavirus would not have spread like this if the tourists from Italy in India and the Indian person who returned from Italy were not negligent in India.भारत में इटली से आए पर्यटकों और इटली से लौटे भारतीय व्यकिृत को लेकर भारत में लापरवाही नहीं बरती गई होती तो कोरोनावायरस इस कदर नहीं फैलता। सरकार क
बेंगलुरु। चीन के वुहान शहर से शुरू होने वाला कोरोना वायरस अभी तक 60 से अधिक देशों में फैल चुका है। कोरोना वायरस से मरने वालों का संख्या तीन हज़ार को पार कर चुकी हैं। वहीं अब भारत भी इसकी चपेट में आ चुका हैं भारत में अभी तक कोरोना वायरस के 29 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
कोरोना वायरस के भारत आने की खबर के बाद हडकंप मच गई है। हालांकि भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस वायरस को लेकर बहुत ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है और कुछ सावधानियों के जरिए इसकी चपेट में आने से बचा जा सकता है। लेकिन चीन में हुई मौतों को देख कर हर भारतीय नागरिक काफी भयभीत हैं। कोरोनावायरस भारत में फैलने के बाद से ये सवाल उठ रहा हैं कि कि दो महीने से भारत इस जानलेवा कोरोना वायरस से बचा रहा लेकिन अचानक ऐसा क्या हुआ कि भारत इसकी चपेट में आ गया? क्या भारत की किसी बड़ी गलती या भूल की वजह से ऐसा हुआ?आइए जानते हैं...
दो महीनों तक बचा रहा भारत
बता दें भारत दो महीने तक कोरोना को अपने से दूर रखने में कामयाब रहा है मगर अब जबकि 29 लोगों के टेस्ट पॉजिटिव पाए गए हैं चिंता का बढ़ना लाजमी है। मालूम हो कि फरवरी में भारत में कोरोना वायरस के तीन केस केरल में रिपोर्ट किये गए थे जिन्हें समय रहते उपचार शुरु कर दिया गया था और उपचार कर उन्हें घर भेजा गया था। वहीं वुहान में कोरोनावायरस फैलने पर भारत सरकार ने वहां फंसे 200 भारतीयों को बुलवाया था और उन्हें दिल्ली से दूर, आइसोलेशन में एक कैम्प में रखा था।
भारत सरकार से हुई ये बड़ी गलती
ये सच्चाई है कि उस समय तक भारत में कोरोना वायरस का मामला पूरी तरफ से नियंत्रित था। लेकिन अब जब एक बाद एक कोरोनावायस के मामले सामने आ रहे हैं तो इसका कारण जानने के लिए उन केसों के बारे में जानना जरुरी हैं भारत में कोरोना वायरस मामले के मूल हैं। माना जा रहा हैं कि अगर समय रहते अगर भारत उन पर गंभीर हो जाता तो ये नौबत ही नहीं आती। बार बार ये कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस के फैलने में सुपर स्प्रेडर की एक बड़ी भूमिका है और इन दोनों ही मामलों में चाहे इटली घूमने गया व्यक्ति हो या फिर इटली से आया समूह सुपर स्प्रेडर की भूमिका में दोनों लोग हैं। अगर सरकार ने वक़्त रहते इन्हें नियंत्रित कर लिया होता और ट्रीटमेंट के लिए इन्हें आगे आइसोलेशन में डाल दिया होता तो आज स्थिति कुछ और होती।
इटली से लौटे व्यक्ति बना सुपर स्प्रेडर
बता दें एक यूरोप टूर से बीते 25 फरवरी को लौटा था। ये वहीं व्यक्ति था जो रोड ट्रिप से इटली गया था। मालूम हो कि इटली भी जबरदस्त कोरोना वायरस की चपेट में हैं। ये व्यक्ति कोरोना वायरस के मामले में सुपर स्प्रेडर की भूमिका भी खूब चर्चा में रहा और इस मामले में जैसे रोग का प्रचार प्रसार हुआ ये व्यक्ति सुपर स्प्रेडर की भूमिका में नजर आया। माना जा रहा है कि यदि देश की सरकार ने इस व्यक्ति को समय रहते आइसोलेशन में भेज दिया होता तो आज स्थिति ऐसी बिलकुल न होती। खबरों के अनुसार जब ये व्यक्ति भारत लौटा तो इसकी एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग नहीं की गई। घर वापस आने के बाद उक्त व्यक्ति अपने दिनचर्या में लग गया। उसने अपने बेटे के लिए बर्थडे पार्टी का भी आयोजन किया जिसमें नोएड के दो प्रतिष्टित स्कूलों के बच्चे भी शामिल हुए। इस मामले में सरकार का ये दोष है कि इटली से आने के बावजूद इसकी स्क्रीनिंग नहीं हुई जबकि इस व्यक्ति का दोष ये है कि सब कुछ जानते बूझते हुए ये खुला घूमता रहा और अपने बेटे के लिए बर्थ डे पार्टी का आयोजन कर कई लोगों की जान को जोखिम में डाला। बता दें कि सुरक्षा कारणों से फिलहाल इन दोनों ही स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
इटली से ही आए टूरिस्टों को लेकर बरती गई लापरवाही
वहीं भारत में कोरोना वायरस फैलाने की एक बड़ी वजह उन इटली के पर्यटकों को माना जा रहा है जो भारत घूमने इटली से आए थे। ये समूह इटली से राजस्थान घूमने आया था और ये लोग आगरा और दिल्ली में घूमने गए तो कई दिनों तक रहे। रोचक बात ये हैं कि उनके साथ भारतीय टूर ऑपरेटर भी मौजूद थे। शुरुआत में इस ग्रुप के एक 69 साल के व्यक्ति का टेस्ट सैम्पल पॉजिटिव पाया गया बाद में इटली से आए इस समूह के सभी 15 लोग जांच में पॉजिटिव पाए गए। वर्तमान में ये सभी लोग दिल्ली के बाहरी इलाके में बने एक कैम्प में रखे गए हैं। अब सरकार ने उन तमाम लोगों की स्क्रीनिंग कर रही हैं जो इस ग्रुप के संपर्क में आए हैं।
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भारत में पाए गए कोरोना वायरस के 29 मामले
बता दें भारत में अभी तक कोरोना वायरस के 29 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें 28 मामलों में से 17 जयपुर में, दिल्ली में एक, आगरा में छह और तेलंगाना में एक केस सामने आया है। इससे पहले केरल में तीन मामले सामने आए थे हालांकि इन तीनों को ही इलाज के बाद वापस भेज दिया गया। ये भी बता दें कि जयपुर में जो 17 मरीज पाए गए उनमें 16 इटली के पर्यटक, एक उनका टैक्सी ड्राइवर हैं वहीं 3 केरल निवासी (जिन्हें उपचार देकर घर भेज दिया गया है), आगरा निवासी 6 लोग, दिल्ली निवासी वह शख्स जिसके बेटे के नोएडा (Noida) स्कूल को बंद करना पड़ा था और 1 मरीज तेलंगाना में सामने आया है। वहीं बुधवार की देर रात गुड़गाव में एक केस सामने आया। देर रात डिजीटल मनी ट्रांसफ़र कंपनी पेटीएम के ने सूचित किया कि उनके गुरुग्राम स्थित ऑफ़िस में एक शख़्स को कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया है। यह शख़्स कुछ दिन पहले ही इटली से लौटा था। कुल मिलाकर कुल 29 मरीज कोरोनावायरस की चपेट में हैं।
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