Coronavirus: दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से घर जाने को कहा, महिलाओं ने दिया ये जवाब
नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस के विस्तार को देखते हुए राज्य सरकारों ने लोगों से एक स्थान पर अकट्ठा होने और सार्वजनिक स्थलों पर जाने से मना किया है। कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज, सिनेमाघर और जिम जैसे भीड़-भाड़ वाली जगहों को मार्च के अंत तक बंद रखने का आदेश जारी कर दिया है। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने भी वायरस के फैलाव को रोकने के लिए मंगलवार को आदेश जारी किया कि राजधानी में किसी भी स्थान पर 50 से ज्यादा लोग एक साथ इकट्ठा नहीं हो सकते, यह आदेश प्रदर्शनकारियों पर भी लागू होगा।
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इसी क्रम में दिल्ली पुलिस ने मंगलवार की दोपहर करीब तीन महीने से शाहीन बाग में सीएए का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों से बात की। 15 दिसंबर से दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में बैठीं महिलाएं और पुरुषों को दिल्ली पुलिस ने स्थान खाली करने को कहा। रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए वह अपना विरोध प्रदर्शन खत्म कर दें। हालांकि लोगों ने पुलिस और सदस्यों की बातों पर ध्यान नहीं दिया और वहीं डटे रहे।
दिल्ली: रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों और पुलिस ने शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों से बात करते हुए उनसे #Coronavirus के मद्देनज़र अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त करने का अनुरोध किया। प्रदर्शनकारी अभी तक सहमत नहीं हुए हैं। pic.twitter.com/Ey6zQVBmpU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 17, 2020
बता दें कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा मंगलवार को बढ़कर 137 तक पहुंच गया है। इनमें से 22 लोग विदेशी बताए जा रहे हैं। वहीं 17 मार्च को महामारी से पीड़ित एक शख्स की मुंबई में मौत होने से लोग और डर गए हैं। कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले माहाराष्ट्र (39) से ही सामने आए हैं। कोरोना वायरस के खतरे और काफी ज्यादा सीटें खाली रखने की वजह से सेंट्रल रेलवे ने कम से 23 ट्रेनों को एहतियातन अलग-अलग तारीखों पर रद्द कर दिया है, वहीं रेलवे ने कोरोना के खतरे को देखते हुए भीड़ भाड़ कम करने के लिए सेंट्रल रेलवे ने प्लैटफॉर्म टिकट के दाम 10 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया है।