Coronavirus का खौफ, दिल्ली सरकार के इस अस्पताल ने बंद की Biometric अटेंडेंस
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर में 1800 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 71,000 से अधिक लोग संक्रमित हैं, इस वायरस के कारण भारत में भी 3 मामले सामने आए हैं, इस घातक बीमारी को देखते हुए देश में काफी सावधानी बरती जा रही है,एयरपोर्ट से आने वाले लोगों की स्कैनिंक की जा रही है तो वहीं राजधानी में दिल्ली सरकार के महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में एहतियात के तौर पर कर्मचारियों के लिए बायोमेट्रिक अटेंडेंस बंद कर दी गई है और सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अब मैनुअली अटेंडेंस लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
अस्पताल के कई कर्मचारियों ने कोरोना वायरस के भय के चलते बायोमीट्रिक हाजिरी को लेकर 'मनोवैज्ञानिक रूप से परेशान रहने' की शिकायत की थी, दरअसल यह बीमारी एक-दूसरे के संपर्क से फैलती है और बायोमेट्रिक सिस्टम पर अटेंडेंस लगाते वक्त सभी कर्मचारी अपनी उंगलियों का इस्तेमाल करते हैं, ऐसे में अगर कोई कर्मचारी इस बीमारी से संक्रमित है तो यह अन्य लोगों में भी फैल सकती है ,इसलिए स्वास्थ्य की सुरक्षा के मद्देनजर अस्पताल प्रशासन ने ये कदम उठाया है।
पीएम मोदी ने की प्रशंसा
तो वहीं दूसरी ओर चीन के वुहान से भारतीयों को निकालने गई मेडिकल टीम की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रशंसा की है। पीएम मोदी ने सफदरजंग अस्पताल के नर्सिंग ऑफिसर को मनु जोसेफ को इस बारे में एक खत भी लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि श्री मनु जोसेफ जी, मुश्किल के समय में शक्ति इस बात को एयरइंडिया के कर्मियों और सफदरजंग और राम मनोहर लोहिया अस्तपाल की मेडिकल टीम ने सच साबित करके दिखा दिया। कोरोना वायरस के संकट के बीच चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर में रह रहे भारतीयों की जिंदगी बचाने के उनके प्रयास सराहनीय हैं। रेस्क्यू टीम की तरफ से जो साहस दिखाया गया है साबित करता है कि मुश्किल के समय में ही चरित्र की असली परीक्षा होती है।