मोदी सरकार की सभी कंपनियों से अपील, कर्मचारियों का वेतन ना काटें, ना ही उन्हें नौकरी से निकालें
नई दिल्ली। पूरा देश कोरोना वायरस के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ रहा है। तमाम राज्यों में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है, कई राज्यों में कर्फ्यू तक लगा दिया गया है, जिससे कि लोगों की भीड़ को इकट्ठा नहीं होने दिया जाए और कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। इस बीच प्राइवेट नौकरी कर रहे लोगों पर उनकी नौकरी जाने और सैलरी रुकने का संकट मंडरा रहा है। जिसे लेकर केंद्र सरकार ने इन तमाम कंपनियों से अपील की है कि वह कर्मचारियों को नौकरी से ना निकालें और उनकी सैलरी ना काटें।
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श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के सचिव हीराला समरिया ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को इस बाबत पत्र लिखा है। इससे पहले खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्र के नाम संबोधन में इन कंपनियों से ऐलान किया था कि वह अपने कर्मचारियों को नौकरी से ना निकालें और उनकी सैलरी में भी कटौती ना करें। हीराला समरिया ने तमाम सचिवों को लिखे पत्र में कहा है कि कोरोना वायरस से पैदा हुए हालात में कर्मचारियों की सहूलियत का ध्यान रखना जरूरी है। सभी प्राइवेट और पब्लि कंपनियों को सुझाव दिया जाता है कि संकट के इस दौर में वह छंटनी ना करें और ना ही उनका पैसा काटें। अगर कोई कर्मचारी छुट्टी लेता है तो उसे छुट्टी माना जाए।
बता दें कि कोरोना वायरस के चलते 30 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के 548 जिलों में सोमवार की शाम पूरी तरह लॉकडाउन की घोषणा की गई। अकेले सोमवार को 95 नए कोरोना पॉजिटिव केसों की पुष्टि हुई जो एक दिन में अब तक का सबसे ज्यादा आंकड़ा है। सोमवार की रात तक इस वायरस से कुल 471 लोग पॉजिटिव पाए गए। वहीं दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, चंडीगढ़, पुडुचेरी में 31 मार्च तक कर्फ्यू लागू हो गया है।
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