Coronavirus: चीन की तरफ से आई बड़ी राहत की खबर, 'महामारी अब नियंत्रण में है'
नई दिल्ली। चीन में मौत का तंडव मचाने वाला कोरोना वायरस ने अब तक करीब 1600 से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है जबकि 40,000 से अधिक लोग इस महामारी से संक्रमित बताए जा रहे हैं। चीन सरकार इस महामारी को काबू करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है और इसके नतीजे भी सामने आने लगे हैं। भारत में चीन के राजदूत सन वेइदॉन्ग ने मंगलवार को बताया कि महामारी अब नियंत्रण में है।
Sun Weidong, Chinese Envoy to India: It also reminds me of what I experienced during the outbreak of SARS in 2003. At that time, I had the honour to receive a delegation from India led by the then Foreign Minister George Fernandes who visited Shanghai during the epidemic. https://t.co/gWift1RdfZ
— ANI (@ANI) February 18, 2020
अब नियंत्रण में है कोरोना वायरस
गौरतलब है कि पूरी दुनिया कोरोना वायरस के डर के साए में जी रही है। इससे भारत भी वंचित नहीं है, केरल में भी कोरोना से संक्रमित 3 मामलों की पुष्टी हुई थी हालांकि अब वह सेहतमंद बताए जा रहे हैं। कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर में सबसे पहले पाया गया था। मंगलवार को चीन के राजदूत सन वेइदॉन्ग बड़ा ऐलान करते हुए बताया कि महामारी अब नियंत्रण में है। 17 फरवरी तक हुबेई प्रांत के बाहर, पूरे चीन में लगातार 14 दिनों तक कोरोना वायरस के पुष्ट मामलों की संख्या में कमी आई है।
Sun Weidong when asked, "Is there a possibility that virus was released from Wuhan Institute of Virology accidentally but not from seafood market": We still don’t have enough knowledge. This virus originated from nature, not man-made.Virus is terrible but rumour is more terrible. https://t.co/gQgPAmB9w4 pic.twitter.com/yCCz08Eodf
— ANI (@ANI) February 18, 2020
कोरोना ने याद दिलाया 2003 का SARS
सन वेइदॉन्ग से जब यह पूछा गया कि क्या संभावना है कि वायरस वुहानोलॉजी इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से जारी किया गया था, सीफूड मार्केट से नहीं? इस पर उन्होंने जवाब दिया कि हमारे पास अभी पर्याप्त जानकारी नहीं है लेकिन महामारी से ज्यादा खतरनाक अफवाह होती है। यह वायरस प्रकृति से उत्पन्न हुआ है, मानव निर्मित नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस साल 2003 में SARS के प्रकोप के दौरान मुझे जो कुछ भी अनुभव हुआ, वह भी याद दिलाता है।
भारतीयों ने की मदद
सन वेइदॉन्ग कहते हैं कि उस समय, मुझे भारत से तत्कालीन विदेश मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल प्राप्त करने का सम्मान मिला था, उस दौरान मैंने शंघाई का दौरा किया था। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में मुझे भारतीय दोस्तों की सहानुभूति मिली, इन सब ने मुझे उस समय की याद दिलाई जब डॉ. कोटनिस ने कई लोगों की जान बचाई थी और चीनी लोगों को महामारी से मुक्ति के लिए बहुत योगदान दिया था।
Indo-Tibetan Border Police (ITBP): People taken from Wuhan, China at ITBP quarantine facility continue to disperse in batches for their homes. Total 302 people released by 1 PM today. Rest 104 are in a process to be released. #Coronavirus pic.twitter.com/OGglRVhZsD
— ANI (@ANI) February 18, 2020
घर भेजे जा रहे चीन से आए लोग
उधर, चीन के वुहान शहर से दो सप्ताह पहले भारत लाए गए भारतीय नगारिकों को अब उनके घर भेजने का कार्यक्रम शुरू हो गया है। आईटीबीपी कैंप में चीन के वुहान से लाए गए भारतीयों के डिस्चार्ज किया जा रहा है। दोपहर 1 बजे तक 302 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। 104 लोगों को डिस्चार्ज किया जा रहा है। कोरोना वायरस के खतरे की वजह से विशेष निगरानी में रखा गया था।
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