पूरी दुनिया के लिए काल बनी चुकी है कोरोना और चीन में पटरी पर लौट रही है जिंदगी!
बेंगलुरू। प्राणघातक कोरोना वायरस के कई देशों में बढ़ते प्रभाव के बीच कोरोना वायरस के जन्मदाता शहर वुहान और देश चीन में जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है। वुहान शहर में लगातार पांचवें दिन भी कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है। हालांकि इस बीच विदेश से आए 39 और लोग कोरोना पॉजिटिव जरूर पाए गए हैं।
याद कीजिए, चीन का वुहान वही शहर है, जहां दिसंबर महीने में सबसे पहले कोरोना वायरस का मरीज मिला था और अकेले इसी शहर में चीन में हुई कुल मौतों का सबसे अधिक आंकड़ा है, लेकिन लगातार पांचवे दिन एक भी स्थानीय कोरोना संक्रमित नहीं मिलने से तय हो गया कि चीन ने वायरस से निपटने में काफी अचूक प्रयास किए हैं। चीन में अब तक 81 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और संक्रमण की चपेट में आकर 3270 लोगों की मौत हो चुकी है।
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गौरतलब है कोरोना के चलते चीन ने वुहान से कोरोना वायरस से निपटने के लिए कई कड़े कदम उठाए थे। इनमें वुहान की तकरीबन 56 मिलियन जनता को घरों में लॉकडाउन किया जाना प्रमुख था। माना जा रहा है कि इसी के चलते कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में कमी आई है। वहीं, इस महीने की शुरुआत में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी वुहान का दौरा किया था और स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया था।
बताया जाता है कि रविवार को चीन की विमान सेवाओं से जुड़े अधिकारियों ने ऐलान किया था कि बीजिंग आने वाली तमाम फ्लाइट्स को दूसरे शहरों में डायवर्ट किया जा रहा है, जहां पर यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी, क्योंकि अभी चीन में मिलने वाले केस ज्यादातर विदेशी हैं जबकि लगातार छठवे दिन यानी 23 मार्च को पहला स्थानीय केस चीन के वुहान शहर में मिला है।
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उल्लेखनीय दुनियाभर में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ जा रहा है। इनमें यूरोपीय देश इटली, स्पेन, ईरान, फ्रांस और जर्मनी और अमेरिकी देश शामिल है जबकि उसके उलट चीन में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में न केवल कमी आई है बल्कि संक्रमित मरीजों की रिकवरी का औसत भी दूसरे देशों की तुलना में काफी बेहतर देखने को मिला है।
एएनआई के मुताबिक चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की सोमवार की रिपोर्ट के अनुसार चीन में लगभग 89 फीसदी कोरोना वायरस मामलों में लोग ठीक होकर अस्पताल से छूट चुके हैं। पिछले साल दिसंबर में प्रकोप की शुरुआत के बाद से देश में दर्ज किए गए 81,093 मामलों में से 72,703 ठीक हो चुके हैं, जबकि इस समय अस्पतालों में केवल 5,120 मरीज अपना इलाज करा रहे हैं। इस बीच चीन में कोरोना वायरस के कोई घरेलू मामले सामने नहीं आ रहे हैं।
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आंकड़ों पर गौर करेंगे तो पाएंगे कि चीन 88 फीसदी मरीजों को न्यूट्रलाइज करने में सफल रही है। चीन में अब तक कोरोना संक्रमित कुल 81093 मरीज पाए गए हैं, जिनमें से कुल 71150 मरीजों यानी करीब 88 फीसदी से अधिक को न्यूट्रलाइज करने में सफल रही और करीब 4 फीसदी यानी 3270 संक्रमित मरीजों की घातक वायरस से शिकार होने से मौत हुई है, जिनमें से 5120 एक्टिव केस हैं जबकि 1749 केस गंभीर हैं।
चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि चीन ने कोरोना वायरस के नए घरेलू मामलों की सूचना नहीं है, लेकिन 39 विदेशी संक्रमणों की पुष्टि की है, जिससे चीन में कोरोना से मरने वालों की संख्या 3,270 हो गई है। चीन फिलहाल देश-विदेश से आने वाले लोगों को कड़ाई से रोकने की कोशिश कर रहा है।
चीन में कोरोना वायरस के केंद्र रहे हुबेई प्रांत की बात करें तो यहां रविवार को एक भी मामला सामने नहीं आया। जबकि यहां 447 मरीज ठीक होकर अस्पताल से छूट चुके हैं। इनमें वुहान में शामिल 434 लोग भी शामिल हैं।
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चीन 88 फीसदी मरीजों को न्यूट्रलाइज करने में सफल रही
चीन में अब तक कोरोना संक्रमित कुल 81093 मरीज पाए गए हैं, जिनमें से कुल 71150 मरीजों यानी करीब 88 फीसदी से अधिक को न्यूट्रलाइज करने में सफल रही और करीब 4 फीसदी यानी 3270 संक्रमित मरीजों की घातक वायरस से शिकार होने से मौत हुई है, जिनमें से 5120 एक्टिव केस हैं जबकि 1749 केस गंभीर हैं। जबकि इस मामले में इटली का औसत बेहद खतरनाक हैं। इस मामले में इटली ही नहीं, बल्कि ईरान की की दशा बेहद खराब और डरावनी हैं।
1 अप्रैल को खोले जा सकते हैं वुहान शहर
चीन से लौटे एक भारतीय माइक्रो बॉयोलॉजिस्ट के मुताबिक चीन के वुहान में सभी लोगों ने सरकार की एडवाइजरी का पालन किया, तभी कोरोना पर नियंत्रण पाया जा सका। सरकार भी अफवाहों पर नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाए। वुहान में 20 जनवरी को कोरोना वायरस पूरी तरह आउट ब्रेक हुआ था। तीन दिन बाद चीन सरकार ने 23 जनवरी को सभी शहरों को लॉक डाउन कर दिया था। उसके बाद 14 मार्च को वुहान के अलावा सभी शहरों को पूरी तरह खोल दिया था। अब पहली अप्रैल को वुहान शहर को खोलने की सूचना हैं।
वुहान में चौथे दिन कोई नया केस नहीं
चीन में 21 मार्च को 46 केस सामने आए हैं उनमें गुआंगझोऊ का एक स्थानीय संक्रमण का मामला शामिल है। चीन में इस वायरस के संक्रमण से छह लोगों की मौत भी हुई है इनमें पांच हुबेई प्रांत के हैं। इस तरह चीन में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3,270 हो गई है। कोरोना वायरस का केंद्र रहे वुहान में हालांकि लगातार चौथे दिन कोरोना वायरस का कोई नया मामला सामने नहीं आया।
चीन से दोगुना है इटली में कोरोना संक्रमितों की मौत का औसत
इटली में अब तक कुल 59131 मरीज कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें से महज 5476 मरीजों यानी करीब 9.25 फीसदी मरीजों को अभी तक न्यूट्राइलाइज करने में सफल हुई है जबकि 46638 केस अभी भी एक्टिव हैं और 3000 केस बेहद गंभीर हैं। वहीं, इटली में संक्रमित 5476 मरीजों की मौत हुई है। इटली में हुई मौत का यह औसत चीन में हुई मौतों से दुगने से भी अधिक यानी 9.26 फीसदी है। यही हाल ईरान का भी है, जहां अब तक कुल 23049 मरीज संक्रमित पाए गए है और उनमें से 1812 लोगों की मौत हो चुकी है।
ईरान में भी संक्रमित मरीजों की मौत का औसत भी चीन में अधिक
ईरान में भी संक्रमित मरीजों की मौत का औसत चीन की तुलना में अधिक है। ईरान में संक्रमित मरीजों में से करीब 8 फीसदी मरीजों की मौत हो चुकी है, जिसका औसत चीन में हुई मौत की तुलना में 3 फीसदी ज्यादा है। ईरान में अब तक न्यूट्रलाइज किए गए मरीजों का औसत भी इटली की तुलना में बेहतर हैं। अब तक ईरान में 36.25 फीसदी मरीज न्यूट्रलाइज किए जा चुके हैं, जो चीन की तुलना में 55.5 फीसदी भले ही कम हो, लेकिन इटली की तुलना में करीब 22 फीसदी अधिक है।
सभी यूरोपीय देशों में संक्रमित मरीजों की मौत का औसत चीन से अधिक
कोरोना संक्रमित यूरोपीय देश मसलन स्पेन, जर्मनी, फ्रांस, स्वीटजरलैंड, नीदरलैंड, बेल्जियम, आस्ट्रिया, नॉर्वे, स्वीडन, डेनमार्क, पुर्तगाल, अमेरिका और कनाडा में भी देखा जा रहा है, जहां न्यूट्राइलज केस का औसत बेहद कम है। इसके पीछे लापरवाही और बेपरवाही सीधे-सीधे जिम्मेदार कहे जा सकते हैं, क्योंकि जिस तरह से कोरोनावायरस ने पूरे यूरोपीय देशों को अपने पकड़ में लिया है, उसको देखते हुए कहा जा सकता है कि वहां हद से अधिक लापरवाही बरती गईं।
दुनियाभर में कोरोना वायरस के तीन लाख से ज्यादा मामले
दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या तीन लाख के पार पहुंच चुकी है। इटली से लेकर भारत और अमेरिका तक की सरकारों ने महामारी को फैलने से रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। भारत सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए रविवार को करीब एक अरब लोग घरों में बंद रहे। वहीं, घातक संक्रमण से मरने वालों की तादाद बढ़कर 13,000 के पार पहुंच गई है। इस वैश्विक महामारी से सबसे बुरी तरह से प्रभावित इटली में कारखाने बंद कर दिए गए हैं। दुनियाभर के 170 देशों में रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 308,130 है।
भारत में अभी कोरोना की दूसरी स्टेज में हैं
भारत में अभी कोरोना वायरस दूसरी स्टेज में हैं। तीसरी और चौथी स्टेज में यह ज्यादा प्रभाव डालेगा। इसलिए सभी लोगों को सरकार के आदेशों का सही तरीके से पालन करना चाहिए। अफवाहों को कंट्रोल करने के लिए सरकार को भी कड़े कदम उठाने होंगे। वुहान में हर व्यक्ति ने सरकारी एडवाइजरी का पालन किया, जिससे लगभग दो महीने बाद स्थिति कंट्रोल में आई है।