Coronavirus: ईरान में फंसे हैं 6000 भारतीय, विदेश मंत्री जयशंकर ने बताया क्या कर रही है सरकार
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को सदन को बताया है कि ईरान में इस समय 6,000 भारतीय फंसे हुए हैं। विदेश मंत्री ने यह जानकारी सदन के साथ कोरोना वायरस के बीच विदेशों में मौजूद भारतीयों को देश लाने के सरकार के कदमों के तहत साझा की है। आपको बता दें कि ईरान में कोरोना वायरस की वजह से मरने वालों की संख्या 200 से ज्यादा हो चुकी है। वहीं भारत में गुरुवार संक्रमित लोगों की संख्या 70 से ज्यादा हो गई है।
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टेस्टिंग के बाद ही मिलेगी भारत आने की मंजूरी
विदेश मंत्री जयशंकर ने सदन को जानकारी दी कि जो 6,000 भारतीय इस समय ईरान में फंसे हुए हैं, उनमें से 1100 तीर्थयात्री हैं जो कि महाराष्ट् और जम्मू कश्मीर से हैं। वहीं 300 छात्र हैं। विदेश मंत्री जयशंकर ने जानकारी दी कि ईरान में जो भारतीय हैं, उनमें से 529 के सैंपल टेस्ट हुए हैं। इनमें से 229 के टेस्ट निगेटिव आए हैं। उन्होंने कहा कि अभी सरकार का सारा ध्यान ईरान से तीर्थयात्रियों को वापस लाने पर है। ईरान के कूम में फंसे भारतीयों के कल्याण के लिए सरकार हर वह कदम उठाएगी जो जरूरी होगा। उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से मेडिकल टीम को इटली भेजा गया है ताकि वहां पर जो भारतीय हैं, उनका चेकअप हो सके। उन्होंने यह जानकारी भी लोकसभा को दी है कि जिन भारतीयों को टेस्ट निगेटिव आएगा सिर्फ उन्हें ही सफर करने की मंजूरी दी जाएगी।
वीजा प्रतिबंधों पर विदेश मंत्री क्या बोले
विदेश मंत्री एस जयशंकर के मुताबिक सरकार कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। जयशंकर के शब्दों में, 'हम हर वह कदम उठाएंगे जिसके तहत कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके।' यह बात उन्होंने तब कही जब वह भारत की तरफ से वीजा पर लगाए गए प्रतिबंधों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की तरफ से कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया जा चुका है। डब्लूएचओ ने कहा है कि यह महामारी मौसमी बुखार की तुलना मे 10 गुना ज्यादा खतरनाक है। अब तक दुनिया में 126,000 लोग इससे संक्रमित हैं और 4,624 लोगों की जान चली गई है।