3 सीनियर IRS अधिकारियों पर कार्रवाई, सरकारी नीतियों को लेकर अनिश्चितता फैलाने का आरोप
नई दिल्ली। कोरोना वायरा महामारी के बीच आर्थिक संकट से निपटने के लिए IRS एसोसिएशन द्वारा आम जनता के बीच जारी किए गए सुझाव को लेकर 3 अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट जारी किया गया है। इन तीनों अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी नीतियों को लेकर आम लोगों के बीच अनिश्चितता की स्थिति पैदा की है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के सूत्रों ने ये जानकारी दी है।
इनके खिलाफ ये चार्जशीट सरकारी अधिकारियों के कंडक्ट नियम की अवहेलना करने के आधार पर जारी हुए हैं और इन तीनों को तत्काल प्रभाव से उनकी जिम्मेदारियों से हटा दिया गया है। सीबीडीटी सूत्रों के मुताबिक आईआरएस अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में अमीरों के खिलाफ 40 फीसदी टैक्स लगाने, कोरोना महामारी सेस लगाने और विदेशी कंपनियों पर टैक्स बढ़ाने जैसे सुझावों को जिस तरह से सार्वजनिक किया था उससे सरकारी हल्के में एक अनिश्चितता का माहौल बना था। ये रिपोर्ट अनधिकृत तरीके से सार्वजनिक की गई, इससे हड़कंप फैला और जो युवा अधिकारी हैं वो भ्रमित हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि प्रशांत भूषण, प्रकाश दुबे, संजय दुबे पर रिपोर्ट के साथ-साथ नीतिगत अनिश्चितता पैदा करने का भी आरोप है।
बता दें कि CBDT ने एक दिन पहले सोशल मीडिया में चल रही खबरों की जांच शुरू की थी जिसमें कुछ भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारियों द्वारा कोरोना वायरस से निपटने के लिए विकल्पों पर FORCE नाम की एक 44 पेज की रिपोर्ट तैयार करने का जिक्र था। सीबीडीटी (केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड) के अध्यक्ष ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों से मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है। उन्हें ही कर बढ़ाने के प्रस्ताव की रिपोर्ट सौंपी गई थी। सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के मुताबिक इस रिपोर्ट में कुछ युवा भारतीय राजस्व सेवा (IRS) अधिकारियों ने कोरोना वायरस से हो रहे आर्थिक नुकसान से निपटने के लिए सुपर रिच पर टैक्स बढ़ाकर 40% करने, महामारी सेस लगाने और विदेशी कंपनियों पर ज्यादा टैक्स लगाने का सुझाव दिया है।
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