Corona-Virus: बाजार में खड़ा शख्स 15 सेकंड में कोरोना वायरस से संक्रमित हो गया, जानिए कैसे?
बेंगलुरू। चीन में फैला कोरोना वायरस अब महामारी में तब्दील होता जा रहा है और आधिकारिक रूप से अब तक संक्रमित 740 की मौत हो चुकी है जबकि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या लगभग 32000 तक पहुंच चुकी है। मुश्किल बात यह है कि कोरना वायरस बहुत तेजी फैल रहा है और पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुका है।
अब तो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी स्वीकार कर लिया है कि कोरोना वायरस की घातकता को आकलन करने में उनसे गलती हो गई, क्योंकि कोरोना वायरस के शुरूआती संक्रमण की खबरों के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोनो वायरस को हेल्थ इमरजेंसी घोषित करने से इनकार कर दिया था, जिससे कोरोना वायरस को लेकर सावधानी कदम उठान में वक्त लगा और यह कोरोना वायरस तेजी से पूरी दुनिया में फैलता जा रहा है और भारत भी इसकी जद से बाहर नहीं है।
चीन में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों और संक्रमित मरीजों की मौत की संख्या को लेकर भी अफवाहों का बाजार गर्म है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि चीन हकीकत छुपा रहा है। इसी बीच चीन की एक बड़ी कंपनी के लीक हुए आंकड़ों से खुलासा हुआ है कि कोरोना वायरस से अब तक चीन में अब तक 24 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
वहीं, एक अन्य चीनी वेबसाइट एबी-सीसी सिटी न्यूज में दावा किया गया है कि चीनी प्रशासन संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कोरोना वायरस से संक्रमित करीब 20000 मरीजों की सामूहिक हत्या के लिए सुप्रीम पीपुल्स कोर्ट पहुंच गया है। हालांकि वेबसाइट की विश्वसनीयता पर संदिग्ध मानी जा रही है, लेकिन कोरोना वायरस के गढ़ चीन की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी टेनसेंट के अनजाने में लीक हुए डेटा भी सिटी न्यूज के दावों पर मुहर लगा रहे हैं।
टेनसेंट के मुताबिक चीन में कोरोना वायरस से अब तक कुल 1,54,023 लोग संक्रमित हैं और 24,589 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन चीनी अधिकारी मौत का यह आंकड़ा छुपा रहे हैं, क्योंकि टेनसेंट का यह आंकड़ा चीन के आधिकारिक आंकड़े से करीब 80 गुना ज्यादा था। हालांकि बाद में उसने अपने आंकड़े को बदल लिया और कहा गया कि 14,446 लोग ही इस बीमारी से पीड़ित हैं और कुल 304 लोगों की मौत हुई है।
हालांकि चीन में कोरोना वायरस जिस तेजी से पांव पसार रहा है, उससे दावों और हकीकतों के बीच बेहद बारीक फर्क रह गया है, क्योंकि तेजी से फैलना वाला कोराना वायरस पलक झपकते ही एक स्वस्थ शख्स को अपनी चंगुल में जकड़ लेता है। इसकी पुष्टि दक्षिण पूर्व चीन में हो चुकी है, जहां एक शख्स को सिर्फ 15 सेकंड में कोरोना वायरस ने संक्रमित कर दिया।
संक्रिमत शख्स एक बाजार में संक्रमित महिला के पास सिर्फ 15 सेकंड खड़ा हुआ, बस इतनी ही देर में वह जानलेवा बीमारी की चपेट में आ गया। चीन में चीन में कोरोना वायरस की भयावहता कितनी है, इसकी बानगी वहां के राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा मदद के लिए सेना को बुलाने से समझा जा सकता है।
भारत में अब तक तीन मरीजों के कोरोना वायरस से संक्रिमत पाया गया है। ये तीनों ही मामले केरल में सामने आए हैं। इनमें एक छात्रा और दो छात्र हैं, जो कोरोना वायरस के केंद्र चीन के वुहान शहर में पढ़ाई कर रहे थे और हाल ही में वहां से लौटे थे। इन्हें विभिन्न अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है और उनकी हालत स्थिर बताई गई है।
इसके अलावा कोरोना वायरस के लक्षण वाले कई लोगों को भी चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है, इनमें तीन संदिग्ध दिल्ली में पाए गए हैं, जिन्हें दिल्ली के डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती किया है जबकि 3 संदिग्ध लखनऊ में भी पाए गए हैं जबकि 1 संदिग्ध के जयपुर राजस्थान में मिलने का दावा किया गया था, लेकिन अभी तक उसके कोरना वायरस से संक्रमण की पुष्टि नहीं हो सकी है।
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चीन समेत दुनिया के 31 देशों में फैल चुका है खतरनाक कोरोना वायरस
कोरोना वायरस के प्रसार पर रोक लगाने के लिए दो दर्जन से ज्यादा विदेशी एयरलाइंस ने चीन के लिए अपनी उड़ानें बंद या सीमित कर दी हैं। कई देशों ने चीन से लगती अपनी सीमाएं भी सील कर दी हैं। बावजूद इसके करीब 31 देशों में यह खतरनाक वायरस पहुंच चुका है, जिसमें भारत में शामिल हैं, जहां केरल में तीन संक्रमित मरीज की पुष्टि हो चुकी है जबकि कई संदिग्ध मरीज की निगरानी की जा रही है।
पूरे चीन में को 3,694 नए मामलों की पुष्टि हुई
चीन के वुहान शहर से पूरे विश्व में फैल रहे खतरनाक कोरोना वायरस से अबतक कुल 740 से अधिक लोगों की मौत की आधिकारिक पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 2987 मामले अकेले मध्य चीन के हुबेई प्रांत में सामने आए। 73 में से 70 मौतें भी इसी प्रांत में हुईं।
चीन में कोरोना वायरस से एक दिन में हुई 86 लोगों की मौत
चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। गत शुक्रवार को 86 लोगों की मौत हुई और 3399 नए केस सामने आए। सबसे ज्यादा 81 मौतें वुहान शहर में हुई। चीन के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, इस वायरस की चपेट में आकर अभी तक 740 लोगों ने अपनी जान गंवा चुके है और 34546 मामले सामने आ चुके हैं।
चीन में 19 विदेशी नागरिक भी कोराना वायरस की चपेट में आए
चीन के विदेश मंत्रलय ने बताया कि देश में रह रहे 19 विदेशी नागरिक भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं। मंत्रलय ने हालांकि पीड़ितों की नागरिकता के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। इससे पहले चीन में चार पाकिस्तानी और दो ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों के संक्रमित होने की खबर आई थी।
कोरोना वायरस को लेकर चेताने वाले डाक्टर की भी हो चुकी है मौत
कोरोना वायरस को लेकर सबसे पहले दुनिया को चेताने वाले चीनी डॉक्टर ली वेनलियान्ग की गुरुवार को मौत हो गई थी. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक डॉक्टर ली वेनलियान्ग की मौत कोरोना वायरस की चपेट में आने से हुई है। जब चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस की खबर को छिपाने की कोशिश की जा रही थी, तब डॉक्टर ली वेनलियान्ग ने अस्पताल से वीडियो पोस्ट करके कोरोना वायरस को लेकर लोगों को चेताया था। इसकी वजह से उन्हें प्रशासन की सख्ती का सामना भी करना पड़ा था।
जापानी क्रूज पर 41 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए
जापान के एक क्रूज पर सवार 41 अन्य लोगों को शुक्रवार को कोरोनावायरस टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया है। अब तक इस क्रूज पर 61 मामले सामने आए हैं। यहां हजारों लोगों को कैबिन में बंद कर दिया गया है और फिलहाल उनका टेस्ट किया जा रहा है।
महज 15 सेकेंड में कोरोना वायरस की चपेट में आ गया शख्स
दक्षिण पूर्व चीन में एक शख्स को सिर्फ 15 सेकंड में कोरोना वायरस ने संक्रमित कर दिया। यह शख्स एक बाजार में संक्रमित महिला के पास सिर्फ 15 सेकंड खड़ा हुआ, बस इतनी ही देर में वह जानलेवा बीमारी की चपेट में आ गया।
मेडिकल सर्विलांस पर हैं कोरोना वायरस से पीड़ित 186,045 मरीज
ठीक होने के बाद कुल 1,540 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है. कुल 314,028 लोगों के करीबी संपर्क में होने का पता चला है, उनमें से 26,762 को गुरुवार को चिकित्सा निगरानी से छुट्टी दे दी गई है, जबकि 186,045 अन्य अभी भी चिकित्सा निगरानी में हैं. गुरुवार के अंत तक, हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र (एसएआर) में एक की मौत सहित 24 मामलों की पुष्टि हुई, जबकि 10 मकाउ एसएआर में और ताइवान में 16 मामलों की पुष्टि हुई है.
अलर्ट पर हैं कोरोना वायरस की चपेट में आए 12 से ज्यादा देश
कोरोना वायरस की चपेट में अब दुनिया के 12 से ज्यादा देश आ गए हैं। दुनियाभर के देश चीन यात्रा न करने की अपने नागरिकों को नसीहत दे रहे हैं। हर देश अपने नागरिकों को चीन से वापस बुलाने की कोशिश कर रहा है। चीन की ओर यात्रा के लिए उड़ान भरने वाली फ्लाइटें कई देशों ने रोक दी है। बस एक पाकिस्तान है कि उसने अपने नागरिकों को चीन में मरने के लिए छोड़ दिया है।
वुहान शहर से लाए गए सभी भारतीयों का टेस्ट निगेटिव पाया गया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि वुहान से दो विमानों के जरिये लाया गया कोई भी भारतीय नागरिक कोरोना वायरस से पीड़ित नहीं मिला है। उन सभी के टेस्ट निगेटिव आए हैं। उन्हें दिल्ली के आसपास स्थित सेना और आइटीबीपी द्वारा स्थापित अलग कक्षों में रखा गया था। मालूम हो कि भारत में अभी तक कोरोना वायरस से पीड़ित तीन मरीज मिले हैं। तीनों ही केरल के हैं और वुहान यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। वह खुद ही स्वदेश लौटे थे और अस्पताल भी पहुंचे थे।
आस्ट्रेलिया में जारी है कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने का काम
ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के वैज्ञानिक एसएस वासन के नेतृत्व वाली टीम कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार करने के करीब है। ऑस्ट्रेलिया में कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन की एक अति सुरक्षित प्रयोगशाला में वासन के देखरेख में इस पर रिसर्च जारी है। ऑस्ट्रेलिया के डॉर्टी इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने हाल में एक व्यक्ति के सैंपल से मिले वायरस को अलग करने में सफलता पाई है। इस सैंपल की मदद से वैज्ञानिक जांच कर रहे हैं। एसएस वासन ने बताया कि इस सैंपल से न केवल टीके की खोज हो जाएगी, बल्कि मेडिकल क्षेत्र में इससे तेजी से विकास होगा।
कोरोना वायरस का एंटीडोट खोजने का थाइलैंड ने किया था दावा
थाइलैंड ने दावा है कि उसने कोरोना वायरस का एक एंटीडोट खोज निकाला है। बताया जाता है कि चीन से आई एक महिला कोरोना वायरस से संक्रमित थी जिसे थाइलैंड के डॉक्टर ने ठीक कर दिया है। इसके बाद थाई डॉक्टर ने एक प्रेस कांफ्रेस करके यह दावा किया। डॉक्टर ने कहा कि उन्होंने एक 71 साल की महिला को कोरोना वायरस से मुक्त कर दिया है.
कभी चमगादड़, कभी सांप और कभी सी फूड को बताया गया कारण
भोजन की थाली में परोसे गए समुद्री जीव यानी सीफूड को कोरोना वायरस की वजह बताया गया, लेकिन पक्के तौर पर ये पता नहीं चल पाया है कि कोरोना वायरस इनमें से किसकी वजह से पैदा हुआ। बीते कुछ वर्षों में दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में सार्स, बर्डफ्लू, स्वाइन-फ्लू, इबोला और ज़ीका वायरस की वजह से मानव जाति को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.वैज्ञानिकों ने टीके विकसित करके इनका ख़तरा तो कम कर दिया है. लेकिन कोरोना वायरस की अभी तक कोई दवा या टीका नहीं है.
2002-03 में भी चीन और हांगकांग में हो चुकी है 650 लोगों की मौत
कोरोना वायरस की तरह ही सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (SARS) की वजह से साल 2002-03 में चीन और हांगकांग में कुल 650 लोगों की मौत हो गई थी, वहीं पूरी दुनिया में कुल 120 लोगों की मौत हो गई थी। फिलहाल, चीन समेत पूरा विश्व अभी कोरना वायरस से जूझ रहा है।
क्या है कोरोना वायरस?
सार्स (SARS) वायरस परिवार का एक नया सदस्य कोरोना वायरस है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार, यह वाइरस सी-फूड से जुड़ा है. यह मानी जा रही है कि इसकी शुरुआत चाइना के हुवेई प्रांत के वुहान शहर के एक सी-फूड बाजार से हुई है। कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को सबसे पहले सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है. फिर यह बुखार निमोनिया का रूप ले सकता है और निमोनिया किडनी से जुड़ी कई तरह की दिक्कतों को बढ़ा सकता है। इस वायरस कि सबसे खास बात यह है कि यह किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है।
कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के क्या हैं लक्षण?
कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर सबसे पहले सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है. यह बुखार फिर निमोनिया का रूप ले लेता है, जो कि किडनी से जुड़ी तमाम परेशानियों को बढ़ा देता है। जिसे वायरस का अटैक हुआ हो उसे बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खरास जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं। कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों यानी जिनकी रोगों से लड़ने की ताकत कम है ऐसे लोगों के लिए यह घातक है। बुजुर्ग और बच्चे इसके आसान शिकार हैं।
कोरोना वायरस से बचाव
लोगों को भीड़ में जाने पर हाथ-मुंह धोना चाहिए, बुखार और खांसी होने पर घरेलू और सामान्य उपचार करने के बजाय तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर आप सी फूड का सेवन करते हैं तो तुरंत उससे बचना चाहिए, क्योंकि कोरोना वायरस के उत्सर्जन के लिए प्रमुख स्रोत के रूप में अभी सी फूड को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। चूंकि अभी कोरोना वायरस से बचने के लिए कोई वैक्सीन का ईजाद नहीं हुआ है तो सावधानी ही बचाव के लिए बेहतर उपाय है। संयुक्त राष्ट्र ने भी ट्वीट किया है। ट्वीट में कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को कम करने के उपाय बताए गए हैं।