कोरोना वैक्सीनः सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया इसी सप्ताह शुरु करेगी दूसरे चरण का ट्रायल
नई दिल्ली। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया इसी सप्ताह से ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के दूसरे चरण का ट्रायल शुरू करने जा रहा है। मंगलवार को जारी एक बयान में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि दूसरे चरण के ट्रायल के लिए उसने देशभर में 10 केंद्रों को शॉर्टलिस्ट किया है। 20 से 50 वर्ष के बीच के 320 वालंटियर्स पर दूसरे चरण का ट्रायल अगस्त के अंत तक शुरू होगा।
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अगस्त महीने की शुरुआत में ही DCGI ने 2-3 चरण के ट्रायल को मंजूरी दी
अगस्त महीने की शुरुआत में ही ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने देश में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित COVID-19 वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को मंजूरी दे दी थी। SII को दूसरे और तीसरे चरण के क्लिीनिकल ट्रायल की मंजूरी DCGI के डॉ. वीजी सोमानी ने दी थी।
सीरम इंस्टीट्यूट ने ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ साझेदारी की है
सीरम इंस्टीट्यूट ने ब्रिटेन की बायोफार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) के साथ प्रयोग के आधार पर कोरोना वैक्सीन के लिए साझेदारी की है। इस वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने विकसित किया है। इसके अलावा दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट को DCGI की ओर से न्यूमोकोकल वैक्सीन के निर्माण की अनुमति भी मिल गई है।
ICMR ने मुंबई में दो निकाय संचालित अस्पतालों को ट्रायल के लिए मंजूरी दी
इसी बीच इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने मुंबई में दो निकाय संचालित अस्पतालों क्रमशः किंग एडवर्ड मेमोरियल (KEM), परेल, और BYL नायर हॉस्पिटल्स, मुंबई सेंट्रल को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका के चरण 2 और 3 नैदानिक परीक्षणों के लिए मंजूरी दी है।
लाल किले की प्राचीस से PM मोदी ने 3 घरेलू वैक्सीन की चर्चा की थी
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में कहा कि तीन कोरोनावायरस वैक्सीन उम्मीदवार हैं. जो परीक्षण के दौर से गुजर रहे हैं और विकास के विभिन्न चरण हैं। सोमवार को वैक्सीन प्रशासकीय पैनल ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक और Zydus Cadila के प्रतिनिधियों समेत कई वैक्सीन निर्माता के प्रमुखों से मुलाकात की है, जो टीकों को विकसित करने के लिए काम कर रहे हैं।