45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का सोमवार से होगा टीकाकरण, शुल्क से लेकर वैक्सीन केंद्र तक, जानें सभी सवालों के
नई दिल्ली। देशभर में शुरू हुए कोरोना वैक्सीन अभियान के तहत सिर्फ फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन दी जा रही है। 60 साल से ज्यादा के बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को 1 मार्च यानी सोमवार से वैक्सीन लगेगी। इनकी तादाद 27 करोड़ है। इसे लेकर सरकार की ओर से कई तरह की गाइडलाइन जारी की गई हैं। देश के सरकारी अस्पतालों में यह मुफ्त लगेगा। अगर कोई शख्स निजी अस्पताल में कोरोना का टीका लगवाता है तो उसे रुपए देने होंगे।
इन लोगों को पेश करना होगा मेडिकल सर्टिफिकेट
कोरोना से बचाव की वैक्सीन 10 हजार सरकारी केंद्रों और 20 हजार प्राइवेट अस्पतालों में लगेगी। कि 45 साल से अधिक उम्र के दूसरी बीमारियों के मरीजों को रजिस्ट्रेशन के समय मेडिकल सर्टिफिकेट पेश करना होगा, जिसमें उनकी बीमारी की जानकारी होनी चाहिए। निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि वैक्सीनेशन का दूसरा चरण बहुत अहम होने वाला है। यह संक्रमण की गति और मृत्यु दर को कम करने और वायरस में म्यूटेशन की संभावनाओं को कम करने में मदद करेगा।
यहां करना होगा रजिस्ट्रेशन
वैक्सीन लेने वाले लाभार्थी कोविन 2.0 ऐप के अलावा आरोग्य सेतु से भी खुद को रजिस्टर कर सकते हैं। इसके अलावा सरकार अस्पताल और कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) के जरिये भी रजिस्ट्रेशन करवाने का मौका देगी। वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन पूरी तरह फ्री होगा। रजिस्ट्रेशन के लिए उम्र आदि तय करने के लिए सरकार वोटर आई़डी या आधार कार्ड से डेटा लेने पर विचार कर रही है। अन्य आईडी का विकल्प भी मिलेगा।
इन बीमारियों से ग्रस्त लोग ना लगवाएं वैक्सीन
हालांकि सरकार की ओर से अभी यह नहीं बताया गया है कि, किन बीमारियों से पीड़ित लोगों को कोरोना की वैक्सीन नहीं दी जाएगी। सूत्र दावा कर रहे हैं कि आने वाले 2 दिनों में सरकार वो लिस्ट जारी कर देगी जिसमें बताया जाएगा कि सह रुग्णता के तहत किन बीमारियों को गिना जा रहा है। हार्ट, लंग्स, किडनी और लिवर से जुड़ी बीमारियों के साथ ही डायबिटीज, अस्थमा, कैंसर और मेंटल व लर्निंग डिसएबिलिटी को इस लिस्ट में शामिल किया जा सकता है।
भरना होगा ये फॉर्म
इसके अलावा इसमें इम्यूनोसप्रेसेन्ट, मोरबिडली ओबेस और बोन मैरो या स्टेम सेल ट्रांसप्लॉंट भी शामिल हो सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि इन श्रेणियों में से एक के तहत आने वाले लोगों को वैक्सीन लेने से पहले एक फॉर्म भरना होगा। ये फॉर्म सिंगल पेज का होगा। इसमें Yes/No यानि कि हां/ना का विकल्प होगा। मरीज को जो भी बीमारी होगी, उसके आगे टिक करना होगा। इसके बाद इस फॉर्म को जनरल फिजिशियन से साइन कराना होगा। उसके बाद वैक्सीन लेते वक्त इस फॉर्म को दिखाकर डोज दी जाएगी।
वैक्सीन की निजी अस्पताल में कीमत 300 रुपए के आसपास हो सकती है
निजी तौर पर चलने वाले टीकाकरण केंद्रों में वैक्सीन शॉट की कीमत लगभग, 300 रुपए रखे जाने की संभावना है। जबकि सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर्स पर कोरोना की वैक्सीन मुफ्त में दी जाएगी। भारत ने अब तक आपातकालीन उपयोग के लिए दो टीकों को मंजूरी दी गई है। इसमें कोविशिल्ड (एस्ट्राज़ेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित, और सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित) और भारत बायोटेक के कोवाक्सिन। हालांकि, सरकारी केंद्रों पर लाभार्थियों के पास अपने लिए वैक्सीन चुनने का विकल्प नहीं होगा।
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