भारत आए विदेशी जहाजों की तुलना में इटली के पर्यटकों से तेजी से फैला कोरोना: ICMR
नई दिल्ली। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईएमसीआर) द्वारा की गई एक स्टडी में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। महामारी के हमले की दर की पहचान करने के लिए किए गए अध्ययन में पता चला है कि भारत आने वाले 23 इटली के पर्यटकों में कोरोना वायरस के 65.4 प्रतिशत की उच्च हमला दर का पता चला है। यह दर दो क्रूज शिप डायमंड प्रिंसेस और ग्रैंड प्रिंसेस से भारत आए पर्यटकों से भी कहीं ज्यादा अधिक है।
बता दें कि जिन 23 इटली के पर्यटकों पर यह स्टडी की गई है उनके साथ 3 भारतीय भी कई देशों की यात्रा पर थे। इससे पहले उनमें से 17 संक्रमित पाए गए। वैज्ञानिकों ने सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों जैसे कि शारीरिक गड़बड़ी, व्यक्तिगत स्वच्छता और संक्रमण नियंत्रण उपायों के लिए चयन किया है, जो संक्रमण के संक्रमण को रोकने के लिए आवश्यक हैं। ICMR अध्ययन निकट संपर्क के बीच संचरण की एक उच्च दर को पुन: पुष्टि करता है।
इसलिए, वैज्ञानिकों ने सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों जैसे कि शारीरिक गड़बड़ी, व्यक्तिगत स्वच्छता और संक्रमण नियंत्रण उपायों के लिए चयन किया है, जो संक्रमण के संक्रमण को रोकने के लिए आवश्यक हैं। कुल मिलाकर, 26 में से 17 लोग जिनमें से 23 इटली के पर्यटक और तीन भारतीय नागरिक थे उनमें 65.4 प्रतिशत की हमले की दर के साथ COVID-19 सकारात्मक थे। 17 रोगियों में से लगभग नौ में लक्षण दिखाई दिया था, जबकि आठ में कोई लक्षण नहीं दिखा। लक्षणों वाले नौ में से छह की हालत स्थिर थी, एक गंभीर था और दो गंभीर रूप से बीमार थे।
आईसीएमआर के अध्यन में बताया गया कि COVID-19 और RT-PCR नकारात्मकता की पुष्टि के दिन के बीच की औसत अवधि 18 दिन 12-23 दिनों की थी। दुर्भाग्य से दो रोगियों की मृत्यु 11.8 प्रतिशत के मामले में हुई। आईसीएमआर ने अपने शोध में कहा कि हमारे स्टडी क्लस्टर ने मौजूदा डायमंड प्रिंसेस क्रूज शिप (19.2 फीसदी) और ग्रैंड प्रिंसेस क्रूज शिप (16.6 फीसदी) में रिपोर्ट की तुलना में अधिक हमले की दर दिखाई।
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